ममता यादव
मिसाईल मेन डॉ.अब्दुल कलाम बच्चों से बहुत प्यार करते थे और बच्चे भी उन्हें बहुत ज्यादा पसंद किया करते थे। डॉ कलाम की याद में ही पन्ना के छात्र लवकुश चौधरी ने अग्नि—4 मिसाईल का मॉडल बनाया है। लवकुश अभी भोपाल इंस्पायर अवार्ड में बतौर प्रतिनिधि शामिल होने आये हैं। लवकुश की ये मिसाईल छोटी सही लेकिन उनकी मानें तो ये मिसाईल 50 मीटर तक मार करती है।
इंस्पायर अवार्ड में ही आये शुभम त्रिवेदी ने बनाया है पुष्प वर्षा यंत्र जो कि बिजली और सौर उर्जा दोनों से चलता है। इसे आप घर में भगवान, पर शादियों,मंदिर आदि में उपयोग कर सकते हैं।
ये भविष्य के वैज्ञानिक यहीं नहीं रुकते हैं इस नन्हीं सी उम्र में इनकी आंखों में सपना है कि आज के गांव से इतर भविष्य का स्कूल कैसा होगा। उस स्कूल में चिकित्सा सुविधाओं सहित वो सब होगा जो,बच्चों की पढ़ाई को आसान बना सके। एक बच्चे ने इमरजेंसी लाईट बनाई है मोबाइल की बैट्री आदि चीजों को मिलाकर। इस बच्चे के प्रोजेक्ट रिपोर्ट के कुछ अंशों पर आप नजर डालेंगे तो आपको अंदाजा होगा कि हमारे देश का भविष्य ये नन्हा दिमाग कहां तक सोच रहा है। इस बच्चे ने लिखा हुआ है गांव में लाईट चली जाती है तो हम अपना गृहकार्य नहीं कर पाते मातायें,काम नहीं कर पातीं,जहरीले कीड़े—मकोड़ों का डर रहता है।
ऐसे एक नहीं अनेक मॉडल हैं जो बताते हैं कि बच्चे पर्यावरण संरक्षण को लेकर कितने सजग हैं इतना ही नहीं वे तरीके भी बता और बना रहे हैं कि इसे आप कैसे बचा सकते हैं।
सागर संभाग के बच्चों में दक्षता यादव,सपना कोरी और अखलेश कलार ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग,नंदिनी सेन ने ट्री शिफ्टर हाईड्रोलिक,शुभम राय ने वायु उर्जा,रोहित कुमार ने ग्रीन हाउस,अभिषेक पांडे ने वन वन संरक्षण पर और साक्षी शर्मा ने बायोगैस प्लांट की उर्जा के माध्यम से ट्रेफिक सिग्नल चलाने वाला मॉडल बनाया है।
इन नन्हे वैज्ञानिकों की आंखों में आप देखिये कितने सपने झिलमिलाते हैं। जब कोई शाबासी देता है तो फूल के जैसे चेहरे खिल जाते हैं। इन्हें चाहिये सही मार्गदर्शन और दिशा। कलाम साहब के सपनों का भारत इनकी आंखों में दिखता है,देखिये तो एक बार।