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इत्र का ख़ास उपयोग होता है रमजान में

June 27, 2015 7:48 pm by: Category: फीचर Comments Off on इत्र का ख़ास उपयोग होता है रमजान में A+ / A-

11277999_868644639894365_577522052_nसुचित्रा सिंह(बरेली से)- इत्र लगाकर इबादत करने पर खुश होते हैं हुजूर, खुशबू से आपसी सौहार्द बढ़ने के साथ मिलता है सबाब ,रमजान में बढ़ी ‘सरकार‘ के पंसदीदा इत्र की मांग बढ़ गयी है  ,दुकानों पर  लैला, मैग्नेट, मजमूआ, जन्न्त-उल-फिरदौस, आजारों, अतरफुल आदि इत्रों की वैरायटी सजी हुई है , रहमत और बरक्कत का पाक महीना रमजान की दस्तक के साथ ही सभी सरकार को खुश करके सवाब कमाने का प्रयत्न कर रहे हैं। कहा जाता है कि रमजान में कुछ ऐसी खास चीजें है। जिसका इस्तेमाल इबादत के समय करने पर हुजुर खुश होते है। उनमें से एक है इत्र। इसलिए रमजान में मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़ों पर इत्र लगाकर उसकी खुशबू से आपसी सौहार्द को महकाने और सरकार की इनायत पाने में लग गए है। सरकार को खुश करने के चलते रमजान में इत्र की बेहद मांग होती है। बाजार में गुलाब, चमेली, मुष्क, बेला आदि अलग-अलग खुषबूओं और नामों के साथ ही इत्र की वैरायटी दुकानों पर सज गई हैं। इत्र विक्रता फिरदौस खान ने बताया कि लैला, मैग्नेट, मजमूआ, जन्न्त-उल-फिरदौस, आजारों, अतरफुल आदि नामों के इत्र प्रिसिद्व हैं। अधिकांष लोगों की मांग मजमूआ-96 और जन्नत-उल-फिरदौस इत्र की होती है। उच्च वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग तक की पहुंच में आने वाले इत्र बाजार में 30 से लेकर 200 की कीमत में (किफायती दामों) उपलब्ध है। सरकार का पंसदीदा इत्र मजमूआ-96 इत्र है। दुकानदार ने बताया कि इस इत्र की खासियत है कि यह सभी प्रकार के इत्रों से मिलकर बनता है। जोकि साउदी अरब से आता है। दुकानदार गुलाम रजा ने बताया कि बरेली से सटे तमाम क्षेत्रों के लोग इसे बरेली की बाजार से खरीदने आते हैं। इतना ही नहीं सात समंदर पार भी इसकी मांग है। इसके अतिरिक्त इत्र की विभिन्न वैरायटी कन्नौज, हैदराबाद, अरब और मुम्बई आदि स्थानों से मंगाई जाती है। इसकी कीमत 423 रुपए है। नौमहला मस्जिद के मुतावली ने बताया कि इत्र की खुषबू सरकार को बहुत अच्छी लगती है। नौमहला मस्जिद के मुतावली अच्छे मियां ने बताया कि नमाज के समय इत्र लगाने से दिल और दिमाग भटकाव की स्थिति में नहीं होते हैं। इसलिए सरकार को खुष करने के लिए लोगों ने इत्र खरीदना षुरु कर दिया है। इन दिनों में इत्र को सूंघा नहीं जाता है। कहा कि इत्र का इस्तेमाल माहौल को खुषनुमा बना देता है और इबादत के समय किस्म किस्म की खुशबू से जायरीन अल्लाह के दरबार में चार चांद लगा देते हैं। आॅनलाइन भी हो रहा आर्डर सात समुंदर पार बैठे रोजेदार इत्रों को आॅनलाइन भी मंगा रहे हैं। व्यवसायिक वेबसाइटों पर इत्रों की तमाम वैरायटियां आॅनलाइन खरीद-फरोख्त के लिए मौजूद है। सभी वैराटियों का प्राइस टैग भी मौजूद है। रोजेदार इत्रों को आनलाॅइन आॅर्डर करके भी मंगा रहे हैं।

इत्र का ख़ास उपयोग होता है रमजान में Reviewed by on . सुचित्रा सिंह(बरेली से)- इत्र लगाकर इबादत करने पर खुश होते हैं हुजूर, खुशबू से आपसी सौहार्द बढ़ने के साथ मिलता है सबाब ,रमजान में बढ़ी ‘सरकार‘ के पंसदीदा इत्र की सुचित्रा सिंह(बरेली से)- इत्र लगाकर इबादत करने पर खुश होते हैं हुजूर, खुशबू से आपसी सौहार्द बढ़ने के साथ मिलता है सबाब ,रमजान में बढ़ी ‘सरकार‘ के पंसदीदा इत्र की Rating: 0
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