लंका स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में पिंडरा के विधायक ने आरोप लगया कि 86 प्रतिशत करेंसी को बंद कर बैंकों में जमाकर आम जनता के पैसों पर रोक लगाकर पूंजिपतियों व अंबानी एवं दस उद्योग घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए मोदी ने इतना बड़ा कदम उठाया।
उन्होंने कहा कि देश में एक प्रतिशत कालाधन को निकालने के लिए मोदी जी ने 90 प्रतिशत जनता को अपने ही पैसों के लिए तरसा दिया। कतारों में घंटों खड़े होने की मजबूरी के कारण लगभग 115 लोगों ने अपनी जान गवां दी।
राय ने कहा कि कालेधन के नाम पर ज्यादातर लोग भाजपा के पकड़े गए हैं। ये पकड़-धकड़ प्रायोजित है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बैंक खाते में 500 करोड़ रुपये जमा किया गया है। पंकज मुंडा की बहन जो सांसद है, उनकी गाड़ी से करोड़ों रुपया बरामद हुआ था। भाजपा ने अपने कालेधन से बिहार, उड़ीसा में जमीन खरीदी है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से भारत के जीडीपी में दो प्रतिशत गिरावट आई है। देश 20 साल पीछे चला गया है।
अजय राय ने कहा, “मोदी जी खुद को ईमानदार बताते हैं, लेकिन जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने आदित्य बिड़ला ग्रुप और सहारा ग्रुप से 30 अक्टूबर 2013 को 2.50 करोड़ रुपये, 12 नवंबर 2013 को 5.1 करोड़, 27 नवंबर 2013 को 2.5 करोड़, 29 नवंबर 2013 को पांच करोड़, 6 दिसंबर 2013 को पांच करोड़, 13 जनवरी 2014 को पांच करोड़, 28 जनवरी 2014 को पांच करोड़, 22 फरवरी 2014 को पांच करोड़ रुपये लिए थे।”
राय ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी नहीं कह रही है, जब आयकर अधिकारियों ने इन ग्रुपों पर छापा मारा तो उन लोगों ने यह बात बताई।
उन्होंने कहा, “मोदी जी दूध के धोए बनते हैं, लेकिन जब उनसे उनके भ्रष्टाचार पर सवाल किया जाता है तो वह जवाब न देकर राहुल गांधी का मजाक उड़ाकर बात को टालने की चालाकी करते हैं।”