इंदौर- मध्यप्रदेश के इंदौर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोगों की गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यान पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने से कई लोगों को चोटें आने की भी बात कही जा रही है। इस मामले के तूल पकड़ने पर कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आंदोलनकारियों के बीच पहुंचकर घटनाक्रम की निंदा की और जांच कराने का भरोसा दिलाया।
सीएए के विरोध में बड़वाली चौकी स्थित जामा मस्जिद के बाहर बीते दो दिनों से प्रदर्शन हो रहा था। इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कुछ नेताओं और प्रशासन के अधिकारियों ने प्रयास किए थे, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और विरोध पर बैठे रहे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि गुरुवार-शुक्रवार की आधी रात को अचानक पुलिस बल प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने लगा। इसका कुछ लोगों ने विरोध किया तो पुलिस द्वारा उनके साथ मारपीट की गई।
वहीं, पुलिस का कहना है कि आंदोलनकारियों में शामिल आग जलाकर ताप रहे थे, तभी चिंगारी के उड़ने से दरी में आग लगी तो पुलिस वाले उसे बुझाने के लिए लोगों को हटाने लगे, इसी के चलते दोनों पक्षों में विवाद हुआ।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प को सरकार ने गंभीरता से लिया और शुक्रवार को भोपाल से मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा को इंदौर भेजा। उन्होंने यहां प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की।
शोभा का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे थे, उन पर पुलिस ने बल प्रयोग किया है। जिन्हें चोट लगी है, उनका इलाज कराया जा रहा है। घटना की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की बात पूरी तरह गलत है।
मामले में प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन- 1 ,इंदौर का तबादला पुलिस मुख्यालय,भोपाल कर दिया है