इंदौर, 26 जुलाई – मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में चिटफंड, मल्टी लेवल मार्केटिंग तथा अनाधिकृत रूप से चलने वाली इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी कम्पनियों द्वारा तरह-तरह के प्रलोभन देकर ठगी करने की शिकायतें सामने आने पर पुलिस ने इन कंपनियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इस मामले में छह कंपनियों के विभिन्न स्थानों पर स्थिति कार्यालयों में बीते दिन छापेमारी भी की गई है।
इंदौर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विवेक शर्मा ने इंदौर में ठगी का शिकार हुए लोगों के लिए हेल्प लाइन नंबर-7049124445 भी जारी किया है जिस पर फोन कॉल अथवा व्हाट्सअप के माध्यम से किसी भी समय शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने इंदौर शहर के लिए अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेष दंडौतिया को पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारी नियुक्त किया है।
पुलिस की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि प्रारंभिक तौर पर जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला है कि निवेश की सलाह देने के नाम पर लोगों से ठगी की जाती है। इन कंपनियों का न तो सेबी में पंजीयन है और नगर निगम में भी पंजीयन नहीं कराया गया है, एक कंपनी के एक से ज्यादा स्थानों पर अनाधिकृत तौर पर कई कार्यालय चल रही है।
बीते दिन पुलिस ने छह कंपनियों के विरूद्घ कार्यवाही की है। इन छह कंपनियों के नौ स्थान चिह्नित किए गए और वहां एक साथ दबिश दी गई। कुछ कंपनियां एक ही नाम से दो अलग अलग स्थानों पर संचालित हो रहीं थी। इन कंपनियों के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं और बड़े पैमाने पर गडबड़ियों की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है।