भोपाल, 6 सितंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान से मंगलवार को मंत्रालय में ब्रिटिश उच्चायुक्त (हाई कमिश्नर) कुमार अय्यर ने मुलाकात की। इस मौके पर अय्यर ने कहा कि इंदौर में होने वाली इंदौर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इंग्लैंड पार्टनर कंट्री रहेगा।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस मौके पर चौहान ने कहा कि प्रदेश में पूंजी निवेश के लिए बेहतर वातावरण, उद्योग मित्र नीति और अवसंरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) उपलब्ध है। मध्यप्रदेश निवेश के लिए आदर्श प्रदेश है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सबसे तेजी से विकसित प्रदेश है। ‘मेक इन एमपी’ कार्यक्रम के लिए इसी साल अक्टूबर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है। प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए होने वाली उनकी इंग्लैंड यात्रा का फोकस स्मार्ट सिटी और स्किल डेवलपमेंट रहेगा। प्रदेश के सात शहर का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के अन्य शहरों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। प्रदेश में अगले तीन वर्ष में नगरीय विकास के क्षेत्र में 75 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में समूह पेयजल योजनाओं पर 18 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रदेश में ई-टेंडरिग की पारदर्शी प्रणाली लागू है।
चौहान ने कहा कि लंदन की यूके इन्वेस्टर्स बिजनेस काउंसिल के सहयोग से यह इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जाएगी, ताकि इसमें इंग्लैंड से ज्यादा से ज्यादा निवेशक शामिल हो सकें। उन्होंने कहा कि निवेश के साथ रोजगार सृजन के अवसर बढ़ाने पर भी जोर है।
चर्चा के दौरान ब्रिटिश हाई कमिश्नर अय्यर ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इंग्लैंड पार्टनर कंट्री रहेगा। इंग्लैंड भारत में तीन स्मार्ट सिटी के लिए सहयोग दे रहा है, जिसमें इंदौर भी शामिल है। स्मार्ट सिटी के अलावा वाटर ट्रीटमेंट और नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग किया जा सकता है।
इंग्लैंड के विदेशी पूंजी निवेश का 10 प्रतिशत भारत में निवेशित है। उनके देश की औद्योगिक कंपनियां गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। ये कंपनियां मध्यप्रदेश में आ सकती हैं।
चर्चा के दौरान प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मोहम्मद सुलेमान, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस़ क़े मिश्रा और सचिव विवेक अग्रवाल भी उपस्थित थे।