पालू (इंडोनेशिया), 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया में भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में 844 लोगों की मौत हो गई, जबकि व्यापक रूप से तबाही हुई है और देश भोजन और ईंधन की कमी से भी जूझ रहा है।
विनाशकारी आपदा में जिन लोगों के जीवित बचे होने की उम्मीद है, उन्हें खोजने के लिए अभियान जारी है।
3,40,000 की आबादी वाला शहर पालू सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। पूरे शहर में तबाही का मंजर है, जगह-जगह शव बिखरे पड़े हैं, और तेज गर्मी के बीच राहतकर्मी लोगों के जीवित होने की उम्मीद में भूकंप में ढही इमारतों के मलबे को छान रहे हैं।
‘बीबीसी’ के अनुसार, उपराष्ट्रपति जूसुफ कल्ला ने कहा कि मृतकों के अंतिम आंकड़े की पुष्टि होने तक यह हजारों में पहुंच सकता है। जिन शवों की पहचान हो गई है, उन्हें सामूहिक कब्रों में दफनाने की प्रक्रिया प्रशासन ने शुरू कर दी है, ताकि रोगों के प्रसार को रोका जा सके।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने कहा कि आपदा से 24 लाख लोगों के प्रभावित होने का अनुमान है। आपदा में कम से कम 600 लोग घायल हुए हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, 48,000 लोग विस्थापित हुए हैं।
इस बीच इंडोनेशिया के कानून मंत्रालय ने कहा कि भूकंप और सुनामी के दौरान सुलवेसी इलाके में आए तीन अलग-अलग जेलों में बंद 1,200 कैदी भी भाग गए हैं।