केनबरा, 12 मार्च (आईएएनएस)। आस्ट्रेलिया ने इंडोनेशिया में फांसी की सजा पाए अपने दोनों नागरिकों के रिहा होने की उम्मीदें नहीं छोड़ी है। आस्ट्रेलिया ने इंडोनेशिया से अपने दोनों नागरिकों को क्षमादान देने के बाद उनके आजीवन कारावास का जेल खर्च उठाने की पेशकश की है।
समाचार पत्र ‘सिडनी मॉर्निग हेराल्ड’ के मुताबिक, आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशॉप ने पिछले सप्ताह इंडोनेशिया की विदेश मंत्री को लिखे पत्र में यह पेशकश की।
गौरतलब है कि एंड्रयू चान और मयूरन सुकुमारन दोनों आस्ट्रेलियाई नागरिकों को इंडोनेशिया में अपने ‘बाली नाइन’ गिरोह के साथ 40 अरब रुपये (लगभग 31 लाख डॉलर) की हेरोइन की तस्करी करने के आरोप में 2005 में गिरफ्तार किया गया था। उन पर इस मामले में मुकदमा चलाया गया और मृत्युदंड दिया गया।
हालांकि इंडोनेशिया की सरकार ने इन दोनों दोषियों को रिहा कराने की आस्ट्रेलिया की सरकार के प्रयासों को अब तक तवज्जो नहीं दी है। पिछले सप्ताह ही इन दोनों आस्ट्रेलियाई नागरिकों को फांसी देने के लिए इंडोनेशिया के नुसाकबंगन द्वीप भेज दिया गया था। इसके बाद भी आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री बिशॉप ने अभी इनकी रिहाई की उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं।
जूली बिशॉप ने इंडोनेशिया के अपने समकक्ष को लिखे पत्र में कैदियों की अदला-बदली की भी पेशकश की, जिसके तहत आस्ट्रेलियाई नागरिकों को रिहा करने के बदले आस्ट्रेलिया की जेल में बंद इंडोनेशिया के कैदियों को छोड़ने की भी औपचारिक पेशकश की गई।
बिशॉप ने पत्र में लिखा, “आस्ट्रेलिया सरकार चान और सुकुमारन की फांसी को आजीवन कारावास में बदलने पर उनके खर्चो को उठाने के लिए तैयार है।”
हालांकि इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मरशुदी ने आस्ट्रेलिया की इस पेशकश को ठुकरा दिया।
मरशुदी ने आस्ट्रेलिया को लिखे पत्र में कहा, “मैं यह दोहरा दूं कि इंडोनेशिया के कानून में कैदियों की अदला-बदली का कोई कानूनी आधार नहीं है।”
हालांकि मरशुदी ने फांसी की सजा प्राप्त दोनों नागरिकों के आजीवन कारावस के खर्चो का भुगतान करने की आस्ट्रेलिया की पेशकश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
अभी तक इन दोनों आस्ट्रेलियाई नागरिकों की फांसी के समय का ऐलान नहीं किया गया है।