मुंबई, 6 जून (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को प्रमुख ब्याज दर (रेपो रेट) में वाणिज्यिक बैंकों के लिए 25 आधार अंकों की कटौती की। इस तरह प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट अब 5.75 फीसदी हो गई है। इससे घर व ऑटो कर्ज के सस्ता होंगे।
इसके अलावा, आरबीआई ने मौद्रिक नीति के रुख को तटस्थ से सरल बनाया है।
रेपो रेट वह ब्याज दर है, जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को अल्पावधि ऋण मुहैया करवाता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों से जमा प्राप्त करता है।
इसके अनुसार, कम रेपो या अल्पकालिक प्रमुख ब्याज दरों में कटौती होने से आगे वाणिज्यिक बैंक ऑटोमोबाइल और आवासीय ऋणों की दरों में कमी करेंगे, जिससे आगे आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी।
केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चालू वित्तवर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट में कटौती करने का फैसला लिया है।