नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कहा कि उसने नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) और नेशनल हाउसिंग बैंक में अपनी समूची हिस्सेदारी का क्रमश: 20 करोड़ रुपये और 1,450 करोड़ रुपये में विनिवेश कर दिया है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि नाबार्ड में आरबीआई की हिस्सेदारी का विनिवेश दो चरणों में किया गया। इसके पूरा होने के बाद दोनों वित्तीय संस्थानों में सरकार की हिस्सेदारी 100 फीसदी हो जाएगी।
बयान में कहा गया, “बैंक की नाबार्ड में 72.5 फीसदी हिस्सेदारी 1,450 करोड़ रुपये की थी, जिसमें 71.5 फीसदी या कुल 1,430 करोड़ रुपये का अक्टूबर 2010 में विनिवेश किया गया, जो कि भारत सरकारी की 16 सितंबर, 2010 को जारी अधिसूचना पर आधारित थी। बाकी बची हिस्सेदारी का 26 फरवरी, 2019 को विनिवेश किया गया।”
आरबीआई ने कहा कि नाबार्ड और एनएचबी में विनिवेश नरसिम्हन समिति 2 और आरबीआई द्वारा विकास वित्तीय संस्थानों और बैंकों की भूमिका व संचालन के सामंजस्य पर तैयार चर्चा पत्र के आधार पर किया गया।
एनएचबी में आरबीआई की 100 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसका विनिवेश 19 मार्च, 2019 को किया गया है।