नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)। आयकर अपील अधिकरण 24 और 25 जनवरी को प्लेटिनम जयंती समारोह मनाएगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समारोह का उद्घाटन करेंगे।
कानून एवं न्याय मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रपति इस समारोह के मुख्य अतिथि भी होंगे। समारोह को प्रधान न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा और केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद भी संबोधित करेंगे।
आयकर अधिकरण को सम्मान के साथ मातृ अधिकरण भी कहा जाता है। इस समय इसकी अध्यक्षता न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) देव दर्शन सूद कर रहे हैं।
बयान के अनुसार, अधिकरण की स्थापना आजादी से पहले 1941 में हुई थी। इसका उद्देश्य करदाताओं और विभाग दोनों को निष्पक्ष और त्वरित न्याय मुहैया कराना है।
आईटीएटी दूसरा अपील अधिकरण है और इसके बाद कोई भी अपील उच्च न्यायालय में ही की जा सकती है।
बयान में कहा गया है कि प्लटेनिम जयंती समारोह के उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र होंगे। इसके विषय हैं -‘डेवलपिंग टैक्स ज्यूरीस्प्रूडेंस इन क्रॉस बॉर्डर ट्रांजेक्शन : चैलेंजेज एंड ऑपरच्यूनिटीज’, ‘इमरजेंस ऑफ टेक्नोलॉजी इन जस्टिस डिलीवरी सिस्टम : अ वे फॉरवर्ड’ और ‘टैक्स लिटिगेशन विस-ए-विस इज ऑफ डुइंग बिजनेस इन इंडिया’।
बयान के अनुसार, इन सत्रों में जाने-माने कानूनविद और विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। ऐसे प्रमुख लोगों में न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल, सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश बदर दरेज अहमद, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर.वी. ईश्वर, पी.के मल्होत्रा, केंद्रीय विधि सचिव ए.के. जैन, सीबीडीटी के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और अनीता कपूर।
समापन सत्र की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त, कॉरपोरेट मामले और सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली करेंगे। इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा।