नई दिल्ली, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के उपराज्यपाल का कार्यभार संभालने के तुरंत बाद आईएएस अनिल बैजल ने शनिवार को कहा कि उनके कार्यालय और निर्वाचित सरकार के बीच टकराव का हल निकालने के लिए वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक करेंगे।
पद की शपथ लेने के बाद बैजल ने संवाददाताओं से कहा कि वह मुद्दे पर अटकल नहीं लगाएंगे, बल्कि सच्चाई जानने के बाद ही कोई कदम उठाएंगे।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि वे (आम आदमी पार्टी के साथ संबंध) किस तरह सुधरेंगे और यह होगा या नहीं। हम साथ बैठेंगे और तय करेंगे किस तरह आगे बढ़ा जाए।”
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में केंद्रीय गृह सचिव रहे बैजल ने कहा कि दिल्ली में पेश आ रही समस्याओं को वह सुलझाने का प्रयास करेंगे।
इस बीच, केजरीवाल ने भी उम्मीद जताई है कि उन्हें बैजल का सहयोग मिलेगा, ताकि वे दिल्ली के विकास के लिए काम कर सकें।
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ महीनों से दिल्ली के ज्यादातर काम ठप पड़े हैं। हम उम्मीद जताते हैं कि आने वाले दिनों में हम रुके हुए कार्यो को उसी रफ्तार से फिर से शुरू करने में सक्षम होंगे, जिस रफ्तार से उसे पहले अंजाम दे रहे थे।”
बैजल से पहले नजीब जंग दिल्ली के उपराज्यपाल थे, जिन्होंने 22 दिसंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। आप सरकार के फरवरी, 2015 में शपथ ग्रहण के बाद से ही जंग तथा केजरीवाल व उनके मंत्रियों के बीच हमेशा ठनी रही। इसकी वजह यह रही कि सरकार के हर फैसले पर जंग रोक लगाते रहे। उनके पास सरकार की 400 से ज्यादा फाइलें कई महीनों से लंबित पड़ी हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के मुताबिक, जंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस एजेंडे पर काम कर रहे थे कि दिल्ली सरकार को काम नहीं करने देना है, आप सरकार को विफल साबित करना है।
जंग ने दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से संबंधित 400 फाइलों की समीक्षा के लिए सितंबर में शुंगलू कमेटी का गठन किया था।