नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं के आरोपों-प्रत्यारोपों से राजनीतिक माहौल बेहद गरमा गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि आप को वोट देकर उसे सत्ता की चाबी सौंपना लोगों के लिए जोखिमभरा होगा।
बीते साल 49 दिनों तक चलने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की अल्पमत सरकार को कांग्रेस ने ही समर्थन दिया था।
कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने आप पर दिल्ली में संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान बार-बार रंग बदलने का आरोप लगाया।
माकन ने यहां 16 यू टर्न्स नामक एक बुकलेट जारी किया और कहा कि साल 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों के मुद्दों पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यू टर्न लिया।
माकन ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ’49 दिनों की उलटी चाल, दिल्ली हुई बेहाल, यू टर्न केजरीवाल’ शीर्षक वाली बुकलेट में आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल तथा अन्य नेताओं के बयान और वादे हैं, जिन्हें कभी पूरा नहीं किया गया।
आप नेताओं को गैर जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने मतदाताओं को ऐसे लोगों के हाथ में सत्ता सौंपने के प्रति आगाह किया।
उन्होंने कहा, “ये (आप नेता) गैर जिम्मेदार नेताओं में से हैं। मैं दिल्ली के मतदाताओं से यह पूछना चाहता हूं कि क्या वे ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों को वोट देंगे, जो केवल बातें करते हैं, धरना देते हैं और प्रदर्शन करते हैं? ऐसे लोगों के हाथ सत्ता सौंपना बेहद जोखिमभरा है।”
माकन ने कहा कि चुनाव के बाद कांग्रेस से गठबंधन पर सहमति लेने के लिए केजरीवाल जनता के पास गए थे।
उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने पर परामर्श के लिए वह जनता के पास क्यों नहीं गए।
माकन ने आरोप लगाया कि केजरीवाल मुख्यमंत्री बनने के बाद सुरक्षा नहीं लेने के अपने संकल्प पर भी नहीं टिक सके।
उन्होंने कहा, “उन्होंने संकल्प लिया था कि वे लाल बत्ती लगी कार नहीं लेंगे। भले ही उनकी कार में लाल बत्ती नहीं लगी हो, लेकिन उनके साथ लाल बत्ती लगी कई कारों का काफिला होता था।”
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।