नई दिल्ली/चंडीगढ़, 29 अगस्त (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को अपने दो सांसदों धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी और उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी।
दोनों सांसद पंजाब से लोक सभा सदस्य हैं। हृदयरोग विशेषज्ञ एवं सामाजिक कार्यकर्ता गांधी पटियाला संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं, जबकि पूर्व कूटनयिक खालसा फतेहगढ़ सहिब संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं।
आप के प्रवक्ता दीपक वाजपेयी ने कहा कि पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने दोनों सांसदों को निलंबित कर दिया है और राष्ट्रीय अनुशासन कार्य समिति को उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू करने के लिए कहा है।
वाजपेयी ने कहा, “पीएसी ने शनिवार को बैठक की और गांधी तथा खालसा के पार्टि विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने पर विचार किया। सर्वसम्मति से पीएसी ने खालसा और गांधी को पार्टी से निलंबित करने का फैसला लिया और राष्ट्रीय अनुशासन समिति को उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही शुरू करने के लिए कहा।”
कुमार विश्वास को छोड़कर पीएसी के सभी सदस्यों बैठक में मौजूद थे।
वाजपेयी ने कहा, “अब तीन सदस्यीय एनडीएसी गांधी और खालसा के खिलाफ पार्टी अनुशासन भंग करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत की जांच करेगी।”
तीन सदस्यीय एनडीएसी में पंकज गुप्ता, दिलीप पांडेय और वाजपेयी खुद शामिल हैं।
वाजपेयी ने दोनों सांसदों पर पार्टी विरोधी गुट की गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी के उद्देश्यों और लक्ष्यों का विरोध करने का आरोप लगाया।
पंजाब में मौजूद आप के सूत्रों ने बताया कि गांधी और खालसा को पार्टी से निलंबित किए जा चुके नेता दलजीत सिंह की रैली में शामिल होने के बाद निलंबित किया गया।
शनिवार को अमृतसर के नजदीक बाबा बाकला में आयोजित विरोध रैली में दोनों सांसद शामिल हुए थे।
गांधी ने पार्टी मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली पर पत्रकारों से कहा, “मैं तानाशाही को बर्दाश्त नहीं कर सकता। वह पंजाब इकाई को रिमोट कंट्रोल के जरिए संचालित करना चाहते हैं।”
उल्लेखनीय है कि लोक सभा में आप के चार सदस्य हैं और चारो पंजाब से ही जीतकर आए हैं।
दो सांसदों के निलंबन के बाद पार्टी की पंजाब इकाई में अंदरूनी कलह के बढ़ने की उम्मीद है।