लखनऊ, 23 अक्टूबर -उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पिछले सप्ताह मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद व बहू नरेश नंदिनी की आत्महत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सुपुर्द की जा सकती है।
अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि यदि संतोष आनंद इस मामले की सीबीआई से जांच कराने का अनुरोध करते हैं और औपचारिकताएं पूरी करते हैं तो गृह विभाग इस बाबत आवश्यक कदम उठाएगा।
ज्ञात हो कि संतोष आनंद ने अभी तक प्रदेश सरकार से इस मामले की सीबीआई से जांच कराने का अनुरोध नहीं किया है और इस बाबत जरूरी औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की हैं।
हाई प्रोफाइल मथुरा सुसाइड केस की जांच को लेकर उपजे असमंजस से यह माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार भी इस मामले को सीबीआई के सुपुर्द करना चाहती है ताकि भविष्य में निष्पक्ष जांच को लेकर सवाल न उठें।
मथुरा पुलिस ने संकल्प आनंद (38) और नरेश नंदिनी (34) के ट्रेन के आगे कूदकर जान देने के मामले की जो एफआईआर दर्ज की है, जिसमें उप्र पुलिस आवास निगम के महानिदेशक कमलेंद्र प्रसाद को भी नामजद किया गया है। मथुरा पुलिस अपने ही आला अधिकारी के खिलाफ कैसे जांच करेगी, यह एक बड़ा सवाल है।
दूसरी ओर, सुसाइड नोट में जिस 250 करोड़ रुपये की हेराफेरी का जिक्र किया गया है, वह मथुरा पुलिस की जांच की परिधि के बाहर का मामला है। इस हेराफेरी की पड़ताल किए बिना यह तय करना मुश्किल है कि आखिर किसके दबाव की वजह से संकल्प व उनकी पत्नी नंदिनी ने खुदकुशी का रास्ता चुना।
इन्हीं सवालों से बचने के लिए पुलिस महकमा संतोष आनंद के पत्र का इंतजार कर रहा है। पत्र मिलने के बाद गृह विभाग राज्य सरकार की अनुमति लेकर इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की संस्तुति कर सकता है।