नई दिल्ली। मुंबई हमले के गुनहगार अजमल आमिर कसाब और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के बाद से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की जान को खतरा है। राष्ट्रपति ने दोनों की दया याचिकाएं खारिज कर दी थी।
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन खुले आम दोनों की मौत का बदला लेने की बात कह चुके हैं इसलिए सरकार राष्ट्रपति को एसपीजी की सुरक्षा मुहैया कराना चाह रही है। काफी समय से इस तरह का विचार तैर रहा था जिसे गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बीच सर्कुलेट किया गया है। राष्ट्रपति की सुरक्षा में फिलहाल दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं।
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति को एसपीजी की सुरक्षा मुहैया कराना लंबी चलने वाली प्रक्रिया है। इसके लिए एसपीजी एक्ट में संशोधन करना पड़ेगा क्योंकि अभी तक एसपीजी सुरक्षा सिर्फ प्रधानमंत्री,पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिजनों को ही मुहैया कराई जाती है।