नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आतंकवाद को प्रमुख वैश्विक खतरा करार देते हुए कहा कि आतंकवादी समूहों के बीच कोई अंतर नहीं होना चाहिए और प्रत्येक देश को आतंकवाद के सुरक्षित अड्डों को नष्ट करने की प्रतिबद्धता पूरी करनी होगी।
हैदराबाद हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने टिप्पणी की कि भारत आतंकवाद से निपटने में अमेरिका के साथ अधिक गहरा सहयोग बनाएगा।
मोदी ने आतंकवाद को प्रमुख वैश्विक खतरा करार दिया। उन्होंने कहा, “यह नया स्वरूप ले रहा है, यहां तक कि मौजूदा चुनौतियां जस की तस हैं। हम इस बात से सहमत हैं कि इससे निपटने के लिए हमें एक व्यापक वैश्विक रणनीति की जरूरत है।”
उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, “आतंकवादी समूहों के बीच फर्क नहीं होना चाहिए। प्रत्येक देश को आतंकवाद के सुरक्षित अड्डों को नष्ट करने की प्रतिबद्धता पूरी करनी होगी और आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाना होगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तथा अमेरिका आतंकवादी समूहों के खिलाफ द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा, “हम प्रौद्योगिकी क्षेत्र सहित आतंकवाद विरोधी क्षमताओं में और वृद्धि करेंगे।”