विजयपुर। जम्मू कश्मीर में रामगढ सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हर साल इस गुरुवार का दिन भारत-पाक के सुरक्षा अधिकारियों और सीमांत ग्रामीणों के लिए कुछ खास होता है। मौका होता है ऐतिहासिक बाबा चमलियाल मेले का आयोजन। धूमधाम से होने वाले मेले की तैयारियां पूरी हो गईं हैं। इस मौके पर कुछ पलों के लिए सरहदों की दूरी और कड़वाहट पूरी तरह से मिट जाएगी।
दोनों देशों के अधिकारियों का एक साथ खड़े होकर गले मिलने के साथ आस्था और इस प्यार के यादगार माहौल पर उपहारों का आदान प्रदान भी होगा। पाक श्रद्धालु बाबा की मजार के लिए अपने सुरक्षा अधिकारियों के माध्यम से चादरें भी भारतीय अधिकारियों तक भिजवाएंगे। उन चादरों को भारतीय अधिकारी पूरे सम्मान के साथ बाबा की मजार पर चढ़ाएंगे।
इस मेले के दौरान एक घंटे तक दोनों देशों के बीच सभी दूरियां मिट जाती हैं। वहां केवल भाईचारे की ही बात होती है। यही नहीं पाक रेंजर भी भारतीय जवानों के साथ बैठकर आपस में अपने-अपने विचार साझा करते हैं। वह कुछ पल ऐसे होते हैं जो सभी दूरियों को समाप्त कर देते हैं। पहले पाक रेंजर अधिकारियों के बच्चे भी जीरो लाइन पर पहुंचते थे लेकिन कुछ समय से वह अपने साथी अधिकारियों के संग ही जीरो लाइन पर पहुंच रहे हैं।