लखनऊ, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के भीतर दो दिनों से मचे घमासान के बाद शनिवार को आखिरकार पिता-पुत्र के बीच सुलह हो गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री आजम खां ने सुलह कराई।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मिलने उनके आवास पहुंचे पुत्र मुख्यमंत्री अखिलेश ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया तो उन्होंने अखिलेश से कहा कि वह कभी उनके खिलाफ नहीं थे।
घंटाभर चली बैठक के बाद सुलह हो गया और तय हुआ कि सभी साथ बैठकर उम्मीदवारों की नई सूची तैयार करेंगे। ‘सांप्रदायिक ताकतों’ से मिलकर लड़ा जाएगा।
पार्टी से छह साल के लिए निकाले गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव का निष्कासन 24 घंटे से भी कम समय में ही वापस ले लिया गया।
अखिलेश और रामगोपाल की वापसी की घोषणा सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नेताजी के आदेशानुसार अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। सब साथ मिलकर सांप्रदायिक ताकतों से लड़ेंगे और फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे।”
अखिलेश और रामगोपाल की पार्टी में वापसी के बाद कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के खिलाफ जल्द कोई बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शिवपाल ने कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर जारी विवाद को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। सभी से बातचीत के बाद सब कुछ तय कर लिया जाएगा और नई सूची बनाई जाएगी।
इससे पहले अखिलेश ने अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर समर्थक विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें 200 से ज्यादा विधायक पहुंचे। अखिलेश यादव बैठक में भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैं अपने पिता से अलग नहीं हूं। मैं यूपी जीतकर उन्हें तोहफे में दूंगा।”
अखिलेश विधायकों के सामने रो पड़े और कहा, “कुछ लोग हमें दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।”
अखिलेश की बैठक में पहुंचे विधायकों ने उनके प्रति अपना समर्थन जताया। समर्थन से अखिलेश अभिभूत नजर आए और विधायकों का आभार जताया। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वे हंगामा न करें। उनके समर्थक अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर आए थे।
उधर दूसरी बैठक मुलायम के आवास 5, विक्रमादित्य मार्ग पर चल रही थी। मुलायम से मिलने आजम खां पहुंचे। पार्टी प्रमुख से मुलाकात के बाद आजम, अखिलेश को साथ लेकर मुलायम के घर पहुंचे, जहां करीब एक घंटे बैठक हुई। बैठक के बाद सपा में चल रहा संकट खत्म हो गया। बैठक खत्म होते ही अखिलेश और रामगोपाल का निष्कासन वापस ले लिया गया। मुलायम से मिलने शिवपाल भी अपने बेटे आदित्य यादव के साथ पहुंचे।
सपा सूत्रों के मुताबिक, मुलायम ने अखिलेश से कहा, “मैं कभी तुम्हारे खिलाफ नहीं था। तुम्हारे खिलाफ होता तो तुम्हें मुख्यमंत्री क्यों बनाता?”
इसके बाद आजम खां मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने दार्शनिक अंदाज में कहा, “जब कोई बेटा रूठता है तो उसे पिता ही मनाता है। जाहिर सी बात है कि यहां भी यही हुआ है। हमने पहले ही कहा था कि यह सब गलत हो रहा है। विरोधी पार्टियां इसका उपहास उड़ा रही हैं और मौके की तालाश में हैं।”