आगरा, 23 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आगरा दौरे के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को ताजनगरी भेजा है, ताकि वे अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों के साथ तालमेल बिठाकर काम कर सकें और यदि कोई कमी हो, तो उसे दूर कर सकें।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली से आगरा तक का पूरा रास्ता 27 जनवरी को हाई अलर्ट पर रहेगा। इस दौरान तीन घंटे तक ताजगंज, माल रोड तथा फतेहाबाद रोड इलाके में लोगों के मोबाइल फोन इस्तेमाल पर पाबंदी रहेगी।
महानिदेशक (सुरक्षा) गोपाल गुप्ता ने गुरुवार देर शाम अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
अतिरिक्त महानिदेशक मुकुल गोयल ने दो राष्ट्रीय राजमार्गो तथा यमुना एक्सप्रेसवे पर पुलिस दस्ते तैनात करने का खाका तैयार करने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ विस्तृत तौर पर चर्चा की।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी कोई भी जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हैं। खेरिया हवाईअड्डे से लेकर ताजमहल के पूर्वी द्वार तथा ताज परिसर का पूरा क्षेत्र अमेरिकी कमांडो के नियंत्रण में होगा। ताजगंज इलाके के होटलों तथा घरों की छतों पर भी नजर रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन 27 जनवरी को सुबह से ही राज्यपाल राम नाइक आगरा में मौजूद रहेंगे।
अधिकारियों ने कहा है कि 27 जनवरी को स्कूल बंद रहेंगे।
उपग्रह से मिले चित्रों के आधार पर अमेरिकी दल ने आपात स्थिति के लिए आठ निकास मार्गो को चिन्हित किया है। यात्रा के दौरान इन मार्गो पर कोई भी नागरिक मौजूद नहीं रहेगा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आईएएनएस से कहा कि राष्ट्रपति के काफिले में लगभग चार दर्जन वाहन होंगे। ओबामा अपनी विशेष बिस्ट कार से यात्रा करेंगे। ताजमहल के पूर्वी द्वार से वाहनों के प्रवेश के लिए विशेष आदेश की मंजूरी मांगी गई है, क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय के एक आदेश के मुताबिक इस रास्ते से अंदर वाहन ले जाने पर पाबंदी है।
अमेरिकी चिकित्सकों ने शुक्रवार को स्थानीय सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और वहां ट्रॉमा सेंटर तथा अन्य सुविधाओं का जायजा लिया।
सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी सुरक्षा दल ने शुक्रवार को खेरिया हवाईअड्डा गेट से लेकर ताजमहल तक सुरक्षा प्रबंध को लेकर रिहर्सल किया।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने शुक्रवार को ताजमहल परिसर तथा बागों की साफ-सफाई शुरू की।