ढाका, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को अपने अध्यक्ष बांग्लादेश के मुस्तफा कमाल के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा है कि रिक्त पद की भरपाई पर 15-16 अप्रैल को दुबई में होने वाले बैठक में इसकी समिति कोई निर्णय लेगी।
गौरतलब है कि आईसीसी विश्व कप-2015 में विश्व कप ट्रॉफी प्रदान करने का मौका अपनी जगह आईसीसी के चेयरमैन एन. श्रीनिवासन को दिए जाने से नाराज मुस्तफा कमाल ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
आईसीसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि कमाल ने व्यक्ति कारणों से इस्तीफा दिया है, और किसी के खिलाफ किसी तरह की शिकायत भी दर्ज नहीं करवाई है साथ ही आईसीसी से संबद्ध सदस्यों से माफी भी मांगी है।
कमाल ने आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन को चिट्ठी लिखकर कहा, “आईसीसी के नेतृत्व में क्रिकेट के खेल को अपने हर चहेते के मन और दिल को छूने दें।”
समाचार वेबसाइट ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ के अनुसार, कमाल ने हालांकि ढाका में एक संवाददाता सम्मेलन में इस्तीफे की घोषणा करते हुए आईसीसी पर हमलावर अंदाज में कहा कि वह आईसीसी नियमों के उल्लंघन के विरोध में अपना इस्तीफा दे रहे हैं और यह उनका आखिरी फैसला है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
कमाल ने पत्रकारों से कहा कि आईसीसी की नियमावली की धारा 3.3 के अनुसार केवल अध्यक्ष को ही विश्व कप फाइनल जैसे मुकाबलों में ट्रॉफी प्रदान करने का हक है।
गौरतलब है कि विश्व कप विजेता टीम आस्ट्रेलिया के कप्तान को विश्व कप ट्रॉफी चेयरमैन श्रीनिवासन ने प्रदान की थी।
कमाल ने कहा, “नियमों के अनुसार मुझे 29 मार्च को मेलबर्न में विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान करना चाहिए था लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सका। अब मैं आपसे एक पूर्व अध्यक्ष के रूप में बात कर रहा हूं। मैं ऐसे लोगों के साथ काम नहीं कर सकता जो नियमों का उल्लंघन करते हैं।”
आईसीसी के नियमों में जनवरी में हुए बदलाव के अनुसार विश्व कप ट्रॉफी अध्यक्ष द्वारा प्रदान की जानी चाहिए।
ऐसा माना जा रहा है कि कमाल द्वारा भारत-बांग्लादेश के बीच हुए मैच में अंपायरों के फैसलों की आलोचना करने से पैदा हुए विवाद का श्रीनिवासन ने फायदा उठाया और ट्रॉफी प्रदान करने के लिए आईसीसी के अन्य सदस्यों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने भी भारत-बांग्लादेश के बीच हुए विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान हुई विवादित अंपायरिंग की शिकायत आधिकारिक तौर पर मंगलवार को आईसीसी से दर्ज कराई है।
बीसीबी के मुख्य कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी ने मंगलवार को बताया कि बोर्ड 19 मार्च को हुए इस मैच में विवादित अंपायरिंग से संबंधित शिकायत दर्ज करा चुका है।
कमाल ने इस्तीफे की घोषणा के साथ-साथ श्रीनिवासन पर भी जमकर निशाना साधा।
कमाल ने कहा, “आईसीसी का पूर्व अक्ष्यक्ष के तौर पर मैं कहना चाहूंगा कि उनका (श्रीनिवासन) मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वे सामान्य तरीके से सोचने की काबिलियत खो चुके हैं।”
कमाल ने कहा, “इसमें आईसीसी की गलती नहीं है। इस तरह के एक-दो व्यक्ति ही हैं। मैंने बस उनको हटाने का रास्ता दिखाया है।”
कमाल ने श्रीनिवासन पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “श्रीनिवासन खुद अपने देश में विवादों में फंसे हुए हैं। उन पर कई मामले चाल रहे हैं। आपको उन मामलों की गंभीरता पता ही है। अगर वह चैयरमैन बने रहते हैं तो क्रिकेट का भविष्य में क्या हाल होगा?”
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी रिचर्डसन ने कमाल की प्रतिक्रिया को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है।