चेन्नई, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में यहां एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम में दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी।
कोलकाता इस मैच में राजस्थान रॉयल्स को हराने के बाद आ रही है लेकिन चेन्नई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और कोलकाता का वो मैच जरूर याद होगा जिसमें आंद्रे रसेल ने बेंगलोर के हाथों से जीत छीन ली थी।
रसेल कोलकाता की ताकत बन गए हैं। उनके दम पर टीम इस आत्मविश्वास में रहती है कि अगर वो हैं तो मैच जीत सकते हैं।
चेन्नई भी इस मैच में एक अच्छी जीत हासिल करते हुए आ रही है। उसने पंजाब को एक कम स्कोर वाले मैच में जीतने से रोक दिया था। चेन्नई का मजबूत पक्ष उसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं जो अपनी शानदार रणनीति से किसी भी बल्लेबाज या टीम को रोक सकते हैं।
धोनी ऐसा पहले भी कर चुके हैं। पंजाब के क्रिस गेल को उन्होंने चलने नहीं दिया था तो वहीं बेंगलोर के खिलाफ मैच में विराट कोहली को भी शांत रखा था। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि धोनी इस मैच में रसेल को कैसे रोकते हैं।
धोनी की खासियत है कि वह किसी एक बल्लेबाज के इर्द गिर्द ताना नहीं बुनते हैं बल्कि पूरी टीम को लेकर चलते हैं। कोलकाता के पास रसेल के अलावा क्रिस लिन, रॉबिन उथप्पा और दिनेश कार्तिक भी हैं जो तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं। सुनील नरेन को कोलकाता जब-तब सलामी बल्लेबाजी के लिए भेजती है और उन्होंने कई बार तेजी से रन बनाकर अपनी उपयोगिता साबित की है।
चेन्नई के पास गेंदबाज भी ऐसे हैं जिनके पास अनुभव की कमी नहीं है। हरभजन सिंह, शेन वाटसन, रविंद्र जडेजा के पास वो अनुभव है जिससे वे अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसा सकते हैं। ड्वायन ब्रावो के चोटिल होने चेन्नई को झटका लगा है लेकिन पिछले मैच में आईपीएल पदार्पण करने वाले स्कॉट कुगलेजिन उनकी कमी पूरी कर सकते हैं।
वहीं अगर चेन्नई की बल्लेबाजी की बात की जाए तो बेशक वह पिछले मैच में बड़ा स्कोर नहीं कर पाई थी लेकिन कोलकाता के सामने वह बड़ा स्कोर करने का दम रखती है।
फाफ डु प्लेसिस ने पिछले मैच में अर्धशतक जमाया था। वहीं वाटसन, अंबाती रायडू, सुरेश रैना का बल्ला इस प्रारुप में कभी भी गरज सकता है। धोनी हर मैच में अंत में अहम योगदान दे रहे हैं।
चेन्नई को हालांकि कोलकाता की स्पिन तिगड़ी- कुलदीप यादव, पीयूष चावला और नरेन से बचना होगा। यह तीनों गेंदबाज रनों पर अंकुश लगाने के साथ ही विकेट निकालने में माहिर हैं।
टीमें :
चेन्नई : अंबाती रायडू, शेन वाटसन, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, ड्वायन ब्रावो, दीपक चहर, शार्दूल ठाकुर, हरभजन सिंह, इमरान ताहिर, मुरली विजय, ध्रुव शौरे, फाफ डु प्लेसिस, ऋतुराज गायकवाड़, मिशेल सैंटनर, डेविड विली, सैम बिलिंग्स, समीर, मोनू कुमार, कर्ण शर्मा, केएम आसिफ, मोहित शर्मा।
कोलकाता : दिनेश कार्तिक (कप्तान), सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्रैथवेट, जो डेनली, लॉकी फग्र्यूसन, क्रिस लिन, रॉबिन उथप्पा, हैरी गर्नले, कुलदीप यादव, पीयूष चावला, नीतीश राणा, संदीप वॉरियर, केसी करियप्पा, शुभमन गिल, श्रीकांत मुंधे, निखिल नाइक, पृथ्वी राज और प्रसिद्ध कृष्णा।