मुंबई, 11 फरवरी – सार्वजनिक क्षेत्र के तहत संचालित आईडीबीआई बैंक ने मंगलवार को कहा कि 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही में बैंक का घाटा बढ़कर 5,763 करोड़ रुपये हो गया। आईडीबीआई बैंक ने बताया कि पिछले वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही में उसका निवल घाटा 4,185 करोड़ रुपये था।
बैंक ने एक बयान में कहा, “आलोच्य तिमाही में एक बार कर की दर कम करने का विकल्प का प्रयोग किया, जिससे 6,273 करोड़ रुपये का असर हुआ।”
आईडीबीआई बैंक ने कहा, “इस एक बार के अतिरिक्त प्रभाव को छोड़ दें तो बैंक को चालू तिमाही में 5,763 करोड़ रुपये के घाटे के बदले 418 करोड़ रुपये का लाभ होगा।”
हालांकि बैंक की निवल ब्याज से आय आलोच्य तिमाही में 13 फीसदी बढ़कर 1,532 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तवर्ष की इसी तिमाही में 1,357 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा, बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए या फंसा हुआ कर्ज) और निवल एनपीए अनुपात में सुधार हुआ।
निवल एनपीए 31 दिसंबर 2019 को घटकर 6,805 करोड़ रुपये हो गया जोकि 31 दिसंबर 2018 को 21,360 करोड़ रुपये और 30 सितंबर 2019 को 7,919 करोड़ रुपये था।