नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। ग्रामीण भारत में विकास की गति तेज करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-कानपुर और कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के बीच समझौता हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की योजना उन्नत भारत अभियान के तहत कानपुर के ग्रामीण इलाकों में ये दोनों संस्थान मिलकर समग्र विकास के लिए कार्य करेंगे।
कॉमन सर्विस सेंटर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का एक निकाय है।
उन्नत भारत अभियान के तहत आईआईटी कानपुर ने उत्तर प्रदेश के 15 उच्च शिक्षण संस्थानों को अपने साथ मिलाया है और ये सभी संस्थान कॉमन सर्विस सेंटर के साथ मिलकर गांवों के विकास के लिए कार्य करेंगे।
आईआईटी कानपुर ने हृदयपुर, बैंकठपुर, ईश्वरीगंज, प्रतापपुर हरी और सक्सुपुरवा गांवों को पहले ही उनके समग्रित विकास के लिए गोद लिया हुआ है। ये सभी गांव कानपुर के बाहरी इलाकों में स्थित हैं।
आईआईटी कानपुर में उन्नत भारत अभियान की प्रमुख डॉ. रीता सिंह ने कहा, “ये सभी 15 संस्थान कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से गावों में नागरिक सेवाएं व सुविधाएं मुहैया करवाएंगे। ये संस्थान सीएससी चलाने वाले उद्यमियों को ग्रामीण विकास योजना के लिए प्रशिक्षित करेंगे। ये संस्थान इन उद्यमियों को सौर ऊर्जा और स्वच्छता के लिए आईआईटी कानपुर के माध्यम से नवीनतम तकनीक के उपयोग की जानकारी देंगे।”
कॉमन सर्विस सेंटर के सीईओ डा. दिनेश त्यागी ने कहा, “सभी 15 संस्थानों को हम कॉमन सर्विस सेंटर के कार्य और ग्रामीण विकास योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आईआईटी कानपुर और इन संस्थानों के साथ हमारा कार्य सरकार की डिजिटल इंडिया योजना को भी गति प्रदान करेगा।”
इस योजना से जुड़े 15 संस्थानों में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस लखनऊ, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, इलाहाबाद कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, प्रणवीर सिंह इंस्टीटयूट आफ टेक्नोलॉजी कानपुर, किरणलता सिंह महाविद्यालय फतेहपुर, सेठ बद्री प्रसाद स्मृति कॉलेज जालौन, एसआरएसएसडी कॉलेज औरेया, विरेंद्र सिंह ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, उन्नाव, एलॉन हाउस इंस्टीट्यूशंस, रामा यूनिवर्सिटी, नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज लखनऊ, लखनऊ पॉलीटेक्निक, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एंड सीएसएम डिग्री कॉलेज चित्रकूट शामिल हैं।