विजयवाड़ा, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश राज्य की नई राजधानी अमरावती का शिलान्यास किया। हजारों लोग इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। इस दौरान किसी त्योहार जैसा माहौल दिखा।
इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए राज्य के अलग-अलग हिस्सों से आमजन और राज्य एवं विदेशों से वीआईपी सुबह ही जुटने शुरू हो गए थे।
गुंटूर जिले के उद्दंडारायुनिपालेम में स्थित शिलान्यास स्थल के इर्दगिर्द कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया गया था। शिलान्यास के शुभ मुहूर्त अपराह्न् 12.35 से 12.43 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई राजधानी अमरावती का शिलान्यास किया। इससे पूर्व, वह एक विशेष विमान से गन्नवरम हवाईअड्डे पहुंचे। शिलान्यास स्थल पर पहुंचने के बाद वह सर्वप्रथम अमरावती पवेलियन पहुंचे। पवेलियन अमरावती के इतिहास व संस्कृति पर रोशनी डालने के लिए तैयार किया गया था।
सुबह करीब नौ बजे पुजारियों की एक मंडली ने मुख्य मंच के करीब पूजा और अन्य अनुष्ठान शुरू किए। वहां मौजूद लोगों के लिए सुबह 10 बजे सांस्कृति कार्यक्रम शुरू हुआ।
अनुष्ठान में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया, असम व नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, अशोक गजपति राजू, निर्मला सीतारमन, वाई.एस. चौधरी और बंडारू दत्तात्रेय भी शामिल हुए।
आयोजकों ने 8,000 वीवीआईपी और वीआईपी के लिए दो अलग-अलग मंच और नई राजधानी के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों के लिए एक विशेष गलियारे की व्यवस्था की थी।
अधिकारियों ने शिलान्यास स्थल पर एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की थी। शिलान्यास स्थल फूलों, बैनर, वंदनवार से सजाया गया था। इसके अलावा एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई थीं।
शिलान्यास स्थल पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों एवं पड़ोसी राज्य तेलंगाना से 14,000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात थे। चेन्नई-कोलकाता राजमार्ग सहित क्षेत्र के आसपास के कई मार्गो पर आवाजाही पर रोक रही।