डिब्रूगढ़, 24 दिसम्बर (आईएएनएस)। डिब्रूगढ़ के समीप यहां बोगीबील में बने रेल-सड़क पुल का नाम अहोम साम्राज्य के संस्थापक के नाम पर रखने की मांग करने वाले संगठन ऑल असम अहोम सभा (आस) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। मोदी मंगलवार को पुल का उद्घाटन करेंगे।
मोदी मंगलवार को बोगीबील में 4.94 किलोमीटर के रेल-सड़क पुल का उद्घाटन करेंगे, जो कि इस प्रकार का भारत के सबसे लंबा पुल है।
संगठन की डिब्रूगढ़ जिला इकाई ने एक बयान में कहा, “पुल के पूर्ण निर्माण में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री की लगन की अहोम सभा गहन प्रशंसा के साथ उस परिश्रम को स्वीकार करती है।”
बयान के मुताबिक, “अहोम सभा को लगता है कि पुल का उद्घाटन क्षेत्र के इतिहास में एक युग की शुरुआत साबित होगा और असम के साथ-साथ भारत के समग्र मानवीय समाज के राष्ट्रीय आदर्श की अनुभूति में योगदान देगा।”
अहोम सभा ब्रह्मपुत्र नदी पर बने रेल-सड़क पुल का नाम असम के पूर्व अहोम साम्राज्य के संस्थापक छाओलुंग सिउ-का-फा के नाम पर रखने की मांग कर रही है।
मोदी को दिसम्बर की शुरुआत में भेजे गए एक ज्ञापन में सभा ने पुल का नाम सिउ-का-फा के नाम पर रखे जाने की बात कही थी, जिन्हें ‘बोर अक्सोम (एकीकृत असम) या सेवेन सिस्टर एंड द अक्सोमिया सोसायटी’ के संस्थापक के रूप में बताया जाता है।
अपने हालिया बयान में आस ने कहा कि 25 दिसंबर को पुल का उद्घाटन न केवल ब्रह्मपुत्र के उत्तरी व दक्षिणी किनारों के बीच परिवहन व विनिमय को सुगम बनाएगा और उभर रहे भारत के विकास व प्रगति में योगदान देगा बल्कि चार से छह जनवरी 2019 से यहां आस के 61वें सत्र की सफल मेजबानी में भी मदद करेगा।
असम सरकार और डिब्रूगढ़ प्रशासन के सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करते हुए संगठन ने पुल का नाम सिउ-का-फा के नाम पर रखने की अपनी मांग को दोहराया।