नई दिल्ली : असम के बारपेटा और मोरीगांव जिलों से 12 कथित ‘जिहादियों’ को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए इन आतंकवादियों का बांग्लादेशी आतंकवादी समूह अंसार-उल-इस्लाम (अंसारउल्लाह बांग्ला टीम यानी एबीटी) और अलकायदा के साथ संबंध हैं. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों में से सात पर संदेह है कि वे संगठन के लिए संपर्क सूत्र का काम करते थे और उन्हें मोरीगांव जिले से पकड़ा गया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान में आतंकवाद के दो प्रमुख मॉड्यूल का खुलासा किया गया है.असम पुलिस ने इन कथित आतंकवादियों को असम के मोरिगांव, बारपेटा, गुवाहाटी और गोलपाड़ा जिलों से हिरासत में लिया है. यह सभी इस्लामी कट्टरवाद से जुड़े हुए हैं और इनके संबंध अलकायदा और एबीटी से हैं. असम के स्पेशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर जीपी सिंह ने बताया कि कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है.
असम पुलिस ने मोरीगांव में मोइराबारी क्षेत्र के सहराई गांव में जमीउत-उल-हुदा मदरसा चलाने वाले मुफ्ती मुस्तफा अहमद को गिरफ्तार किया और मदरसे को सील कर दिया है. पुलिस को मदरसा परिसर में चल रही कुछ संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया सूचना मिली थी. यह मदरसा मुस्तफा के घर के बगल में है, जिसे पुलिस ने गुरुवार को उसके घर से पकड़ा था.
पुलिस ने बताया कि उन्हें अपने सूत्रों के हवाले से पता चला कि मुस्तफा नाम का एक व्यक्ति मोइराबारी में एक मदरसा चाला रहा है और वह देशद्रोही गतिविधियों में लिप्त है. बताया जा रहा है कि मुस्तफा भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के सहयोगी आतंकवादी संगठन अंसारउल्ला बांग्ला टीम के लिए धन जुटाने का काम करता था. मोरीगांव की पुलिस अधीक्षक (SP)अपर्णा एन ने बताया कि इस संबंध में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.