गुवाहाटी, 26 जनवरी (आईएएनएस)। असम में आतंकवादी गतिविधियों की धमकी के बावजूद लोगों में सोमवार को 66वें गणतंत्र दिवस पर जोश व उत्साह रहा।
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने खानपाड़ा वेटेरीनरी कॉलेज में राष्ट्रध्वज फहराया।
असम के राज्यपाल पी. बी. आचार्य (अतिरिक्त भार) हालांकि यहां गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने अपने संदेश में गैंडों की हत्या पर चिंता जताई।
आचार्य ने अपने संदेश में कहा, “वर्ष 2014 हमारे राज्य के प्रतीक एक सींग वाले गैंडों के लिए बहुत अच्छा नहीं रहा। गैंडों का संरक्षण और प्रसार हमारी साझा जिम्मेदारी है, जिसे हमें गंभीरता से लेना चाहिए।”
असम पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों ने गणतंत्र दिवस पर अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए एहतियात स्वरूप सुरक्षा बढ़ा दी।
गणतंत्र दिवस से पहले चेतावनी दी गई थी कि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के उग्रवादी राज्य में गणतंत्र दिवस समारोह में बाधा डाल सकते हैं।
गोगोई ने आतंकवाद पर सरकार के कड़े रुख को दोहराते हुए उग्रवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह किया।
उन्होंने अपने भाषण में राज्य में नई परियोजनाओं को रेखांकित किया।
गोगोई ने कहा कि सरकार गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराएगी।
उन्होंने कहा, “कौशल विकास और रोजगार सृजन सरकार की योजनाओं के दो प्राथमिक क्षेत्र हैं।”
उन्होंने कहा कि राज्य में नए स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे।
गोगोई ने कहा, “हम हर बालिका को 5,000 रुपये सावधि जमा के रूप में देंगे और कन्या शिशु को जन्म देने वाली मांओं को भी 5,000 रुपये सहायता राशि दी जाएगी।”