नई दिल्ली, 13 जनवरी (आईएएनएस)। प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री अरविंद पनगढ़िया ने नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष का पद संभाल लिया। यह जानकारी यहां एक आधिकारिक बयान से मिली है।
राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान (नीति) आयोग की स्थापना सरकार ने एक थिंक टैंक और नीतिगत चर्चा के मंच के रूप में काम करने के लिए की है। पुराने संस्थान योजना आयोग को भंग कर उसकी जगह नीति आयोग का गठन किया गया है।
पनगढ़िया हाल तक न्यूयार्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे।
पनगढ़िया राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की है।
वह एशियाई विकास बैंक में भी प्रधान अर्थशास्त्री रह चुके हैं और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन तथा विश्व बैंक के साथ भी काम कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ण कालिक सदस्यों, पदेन सदस्यों और विशेष आमंत्रित सदस्यों की भी नियुक्ति कर दी है।
सिंधुश्री खुल्लर को नीति आयोग का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया है।
पूर्णकालिक सदस्यों में हैं -अर्थशास्त्री और दिल्ली स्थित सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के प्रोफेसर बिबेक देबरॉय तथा वैज्ञानिक वी.के. सारस्वत।
सारस्वत, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के महानिदेशक रह चुके हैं और रक्षा मंत्रालय के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार रह चुके हैं।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रेल मंत्री सुरेश प्रभु और कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह आयोग के पदेन सदस्य होंगे।
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलौत और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी आयोग के विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।