नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। अमेरिका की सौर बिजली उत्पादन कंपनियां सनएडिसन और फर्स्ट सोलर ने देश में 2022 तक 20 हजार मेगावाट से अधिक सौर बिजली उत्पादन करने की घोषणा की है।
यह घोषणा रविवार को यहां आयोजित प्रथम नवीकरणीय ऊर्जा वैश्विक निवेशक सम्मेलन एवं एक्सपो (री-इनवेस्ट) में की गई। 15-17 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में देश में सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक निवेश जुटाने की कोशिश होगी। तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
सनएडिसन एशिया-पैसिफिक के अध्यक्ष पशुपति गोपालन ने कहा, “देश में आर्थिक तेजी जारी रहने और बिजली की मांग बढ़ने के कारण भारत को अपने ग्रिड में और क्षमता जोड़ने की जरूरत है।”
सनएडिशन ने कहा कि 2022 तक वह 15,200 मेगावाट सौर और पवन ऊर्जा क्षमता का निर्माण करेगी, जबकि फर्स्ट सोलर ने 2019 तक 5,000 मेगावाट क्षमता का विकास का वादा किया।
राजस्थान सरकार ने हाल में ही 5,000 मेगावाट क्षमता के लिए सनएडिसन इंडिया और इंफ्रास्ट्रक्च र लीजिंग एंड फायनेंशियल सर्विसेज के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
बिजली और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने सम्मेलन में कहा कि देश में अभी सभी तरह के नवीकरण ऊर्जा क्षमता का अनुपात छह फीसदी है, जिसे 10-12 वर्षो में 15 फीसदी करने का लक्ष्य है।
सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य पहले 2022 तक 20 हजार मेगावाट था, जिसे सरकार ने बढ़ाकर 2020 तक एक लाख मेगावाट कर दिया है।
स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने के लिए गत महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका परमाणु समझौता पूरा किया गया है, जिससे विदेशी कंपनियों के लिए भारत में परमाणु ऊर्जा विकास की राह आसान हो गई है।