अरुण कुमार
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 8 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार भारतवंशी बॉबी जिंदल इस पद के लिए निर्वाचित होने पर पूर्व राष्ट्रपतियों जॉर्ज डब्ल्यू बुश तथा रोनाल्ड रीगन सहित अन्य द्वारा नियुक्त सर्वोच्च न्यायालय के आधा दर्जन न्यायाधीशों को हटा सकते हैं।
समलैंगिक विवाह तथा ओबामा केयर के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद लुसियाना के गवर्नर जिंदल ने कहा कि न्यायालय संविधान के तहत काम करने की अपेक्षा आम लोगों की राय का अनुसरण करने की ज्यादा इच्छुक है।
जिंदल ने जून में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करने के बाद यह सुझाव दिया था कि अमेरिका में न्यायालयों को बंद कर कुछ धनराशि बचाई जा सकती है, लेकिन वह शुक्रवार को रिपब्लिकन पदाधिकारियों के सम्मेलन रेड स्टेट गैदरिंग में इस मामले पर समझौता करते दिखे।
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, जिंदल ने शुक्रवार को सम्मेलन के दौरान कहा, “हिलेरी क्लिंटन को वह जवाब पसंद नहीं आया।”
उन्होंने कहा, “उन्हें लगा कि यह अत्यंत कठोर निर्णय है, इसलिए मैंने पूरे सर्वोच्च न्यायालय से मुक्ति दिलाने की जगह सिर्फ दो-तिहाई न्यायाधीशों को हटाने की बात कही।”
जिंदल ने कहा, “मेरा मतलब है कि इसमें सिर्फ तीन न्यायाधीश होने चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मुझे सैमुएल अलितो, क्लेरेंस थॉमस और एंटोनियो स्कैलिया को रखने में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन बाकी छह को हटाने में मुझे जरा भी संकोच नहीं होगा।”
बॉबी जिंदल जिन छह न्यायाधीशों को हटाना चाहते हैं, उनमें बुश द्वारा नियुक्त प्रधान न्यायाधीश जॉन जी.राबर्ट जूनियर और रीगन द्वारा नियुक्त एंथनी एम.केनेडी शामिल हैं।
न्यायमूर्ति रॉबर्ट्स और केनेडी ने ओबामा केयर के पक्ष में फैसला सुनाया था।
वहीं, न्यायमूर्ति केनेडी ने समलैंगिक विवाह के पक्ष में फैसला सुनाया था।
जिंदल ने सम्मेलन में मौजूद लोगों से यह भी कहा कि वह ओबामा केयर को पूरी तरह अमान्य कर देंगे।