उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी और उसके बाद आधिकारिक समाचार पत्र ‘रोडोंग सिनमुन’ में प्रकाशित एक बयान में उत्तर कोरिया ने जोर देते हुए कहा कि उसने हाइड्रोजन बम परीक्षण कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता की रक्षा और जीने का अधिकार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया था।
बयान में कहा गया कि इस वर्ष उत्तर कोरिया का प्राथमिक लक्ष्य आर्थिक विकास और लोगों के जीवन-स्तर में सुधार है, जिसकी प्राप्ति के लिए इस समय अपेक्षाकृत अधिक शांतिपूर्ण वातावरण की आवश्यकता है।
बयान के मुताबिक, उत्तर कोरिया आर्थिक शक्ति बनने के लिए सभी कोशिशें कर रहा है और इसका इरादा किसी को भड़काने का नहीं है।
बयान में यह भी कहा गया है कि ‘अमेरिका चाहे या नहीं, उसे उत्तरी कोरिया को परमाणु हथियार संपन्न देश मानना चाहिए।’
उत्तर कोरिया ने छह जनवरी को अपने पहले हाइड्रोजन बम परीक्षण की घोषणा की थी, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कड़ी आलोचना की। हालांकि कई देशों ने इस पर संदेह भी जताया।