अमृतापुरी/कोल्लम- माता अमृतानंदमयी देवी के धर्मार्थ ट्रस्ट ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर में विनाशकारी बाढ़ पीड़ितों के लिए 25 करोड़ रुपये देने की शनिवार को घोषणा की। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) के आध्यात्मिक मार्गदर्शन और मानवीय पहल की सराहना की।
अम्मा के 61 वें जन्मदिन समारोह में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को यहां पहुंचे राजनाथ ने जून 2013 में बाढ़ में अपने घरों को खो देने वाले 250 परिवारों के लिए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में माता अमृतानंदमयी मठ (एमएएम) द्वारा निर्मित घरों की चाबियों को औपचारिक रूप से सौंप दिया।
‘अमृतावर्षम 61’ समारोह के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक सम्मेलन (जयंती सम्मेलनम) में भक्तों की विशाल सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, “अम्मा अपनी शिक्षाओं और मार्गदर्शन के द्वारा एकता, प्रेम और करुणा का संदेश फैला रही हैं जिससे भारत को विश्व स्तर पर आध्यात्मिक जागृति पैदा करने वाले राष्ट्र के रूप में पहचान बनाने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि अम्मा द्वारा दिखाए गए शांति और एकता की राह आतंकवाद और उग्रवाद सहित आर्थिक और सामाजिक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।
जम्मू एवं कश्मीर में राहत प्रयासों के तहत, एमएएम बाढ़ पीड़ितों के लिए घरों का निर्माण करेगा।
ट्रस्ट का भारत और विदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मानवीय मदद देने का लंबा इतिहास रहा है और यह पैकेज इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। एमएएम ने पहले से ही 50 करोड़ रुपये की एक परियोजना के तहत केरल में लगभग 500 परिवारों के लिए घरों का निर्माण किया है।
‘अमृतावर्षम 61’ के अवसर पर एमएएम द्वारा कई धर्मार्थ पहल शुरू किए गए। इनमें विधवा पेंशन योजना का विस्तार प्रमुख है जिससे वर्तमान में 69,000 लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।
केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला ने औपचारिक रूप से एक योजना का शुभारंभ किया जिससे 30,000 अतिरिक्त बेसहारा महिलाओं को फायदा होगा।