मिशन के तहत प्रदेश में 82 शहर चयनित हैं। इनमें 75 जिला मुख्यालय शहर तथा सात अन्य शहर जो जिला मुख्यालय नहीं हैं लेकिन उनकी आबादी एक लाख से अधिक है।
ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मिशन का उद्देश्य शहरी गरीब परिवारों को लाभ देने वाले स्वरोजगार उपलब्ध कराना और कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें वेतन युक्त रोजगार के अवसर सुलभ कराकर उनकी गरीबी और असुरक्षा को दूर करना है।
मिशन का कार्यान्वयन सभी जिला मुख्यालय शहर और गैर जिला मुख्यालय शहर, जिनकी जनसंख्या 2011 की जनगणना के मुताबिक एक लाख या उससे अधिक है, में किया जाएगा।
मिशन के घटक में सामाजिक संगठन और संस्थान विकास, शहरी जीविका केन्द्र, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण, कौशल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के जरिए रोजगार शामिल हैं। इसके अलावा स्वरोजगार कार्यक्रम, शहरी पथ विकेताओं को सहायता, शहरी बेघरों के लिए आश्रय की योजना तथा अभिनव और विशेष परियोजनाएं भी मिशन में शामिल हैं।