पटना| बिहार से बाहर रहने वाले राज्य के लोगों को अगर अब तक बिहार का स्वादिष्ट और पुष्ट मखाना नहीं मिल पाया है, तो अब आपको इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब देश हो या विदेश ई-कॉमर्स के जरिए अब बिहार का पौष्टिक और ब्रांडेड मखाना एक सप्ताह के अंदर मंगवा सकेंगे।
‘शक्ति सुधा’ इंडस्ट्रीज ई-कॉमर्स के जरिए देश ही नहीं, विदेशों में भी मखाना पहुंचाने की सेवा उपलब्ध करा रहा है।
शक्ति सुधा नाम से विशिष्ट पहचान बनाने वाले उद्यमी सत्यजीत सिंह बताते हैं कि उत्पाद का ऑर्डर मिलने के बाद भारत में 72 घंटे और विदेशों में सात से 10 दिनों के भीतर मखाना आपके घर में होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में 200, 250, 400, 500 और एक किलोग्राम के पैक में यह उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि मखाना अब तक बिहार में दरभंगा और इसके आसपास के जिले तथा प्रदेश के कुछ अन्य हिस्सों में ही लोकप्रिय था, लेकिन ई-कॉमर्स के जरिए अब बिहार के मखाने की धमक अन्य राज्यों के अलावे विदेशों में भी होगी।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने मखाना उत्पाद के ई-कॉमर्स लांचिंग के दौरान कहा कि बिहार ही एक मात्र राज्य है, जहां मखाना की व्यवसायिक खेती होती है। मखाने की खेती के लिए भूमि की दरकार नहीं होती, बल्कि जलाशयों में इसकी खेती की जाती है।
उल्लेखनीय है कि मखाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। चिकित्सकों के मुताबिक, इसमें काबरेहाइड्रेट 13 प्रतिशत है, जो उच्च रक्तचाप, दिल के मरीज, मोटापा और डायबिटीज के लिए बेहद फायदेमंद है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दरभंगा में मखाना अनुसंधान केन्द्र में अधिकारियों और कर्मचारियों के रहने तक की व्यवस्था नहीं है। वैज्ञानिकों की भी कमी है। इधर, केन्द्रीय कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया है कि दिसंबर तक वैज्ञानिकों की कमी को दूर कर लिया जाएगा।
जानकार भी मानते हैं कि मखाना के उत्पादन में वृद्घि से बिहार की अर्थव्यवस्था में सुधार लाया जा सकता है। कहा जाता है कि मखाना बिहार के इकोनॉमिक बूस्टर के समान है।