भोपाल :त्रिस्तरीय पंचायतों में वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाने तथा लेखा–जोखा प्रणाली को चुस्त–दुरूस्त बनाये जाने केउद्धेश्य से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सतत् अंकेक्षण व्यवस्था लागू की गई है। इसके साथ ही पंचायतोंके हिसाब–किताब की पारदर्शी व्यवस्था के लिये पंचायत दर्पण वेब पोर्टल तैयार किया गया है। इस वेब पोर्टल औरसाफ्टवेयर की मदद से कम्प्यूटर पर अब एक क्लिक पर पंचायतों का सारा हिसाब देखा जा सकेगा। मध्यप्रदेश के इननवाचार पर केन्द्रित एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 30 अप्रैल 2014 को भोपाल में किया जा रहा है।मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डि सा इस राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान महालेखाकार(G&SHA) मध्यप्रदेश श्री के.के. श्रीवास्तव करेंगे। अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा सामाजिक न्यायश्रीमती अरूणा शर्मा कार्यशाला में सतत् अंकेक्षण व्यवस्था और पंचायत दर्पण वेब पोर्टल की विशेषता पर व्यक्तव्य देंगी।
कार्यशाला में पंचायत राज मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव, अपर सचिव, केन्द्रीय महालेखाकार (केग),महालेखाकार मध्यप्रदेश (एमपीएजी) सहित विभिन्न राज्यों के वित्त विशेषज्ञ, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी)के दिल्ली तथा भोपाल स्थित प्रतिनिधि और राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। कार्यशाला में प्रदेश कीचयनित 05 जिला पंचायत, 05 जनपद पंचायत और 05 ग्राम पंचायत के नामांकित प्रतिनिधि भी भागीदारी करेंगे।पंचायत राज संचालनालय तथा महात्मा गांधी राज्य ग्रामीण विकास संस्थान, जबलपुर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजितइस कार्यशाला में क्रिस्प संस्था तथा प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों में अंकेक्षण के लिये नियुक्त सीए फर्म के प्रतिनिधिभी शामिल होंगे।
पंचायत विभाग मध्यप्रदेश ने समवर्ती अंकेक्षण व्यवस्था की शुरूआत कर इस दिशा में नवाचार की पहल की है।महालेखाकार कार्यालय और भारत के चार्टर्ड एकाउन्टेंट्स संस्थान के परामर्श से प्रस्ताव तैयार कर राज्य के 10 संभागमें त्रिस्तरीय पंचायतों के समवर्ती अंकेक्षण और लेखा परीक्षा कार्य के लिये वैश्विक निविदाएं आमंत्रित कर उपयुक्तसंस्थाओं को चुनकर यह कार्य सौंपा गया है।
पंचायत विभाग मध्यप्रदेश ने त्रिस्तरीय पंचायतों की लेखा–जोखा प्रणाली को आसान बनाने के मकसद सेwww.mppanchayatdarpan.org वेबपोर्टल पर पंचायत दर्पण नामक एक साफ्टवेयर उपलब्ध करवाया है। इस एकमात्र अनूठे साफ्टवेयर की मदद से चार्टर्ड एकाउन्टेंट फर्मों को त्रिस्तरीय पंचायतों की लेखा प्रणाली को सुचारू और पारदर्शीतरीकों से सुव्यवस्थित बनाने में मदद मिल रही है।