नई दिल्ली, 11 अक्टूबर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत करते हुए सांसदों से कहा कि वे एक-एक गांव तो गोद लें, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि यह गांव आपका या आपके ससुराल का न हो। मोदी ने यहां विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सांसदों से एक-एक गांव गोद लेने की अपील करते हुए कहा कि इसे विकास का मॉडल बनाएं।
उन्होंने कहा कि गोद लिए जाने वाले गांवों की आबादी 3,000-5,000 होनी चाहिए। इसके लिए अन्य दिशा-निर्देश एक अलग पुस्तिका में उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के यह कहते ही वहां मौजूद दर्शकों में ठहाके गूंज उठे कि गांवों को गोद लेने के संबंध में बस एक शर्त है। कृपया यह सुनिश्चित करें कि गोद लिया जाने वाला गांव आपका अपना या ससुराल वालों का गांव न हो।
यह योजना सांसदों को तीन गांव गोद लेने और वर्ष 2019 तक इन्हें विकास के मॉडल के रूप में परिवर्तित करने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम में कांग्रेस के सांसदों सहित कई सांसद मौजूद थे।