रांची, 26 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के भोक्ता और पुराण समुदाय देश के उन 18 समुदायों में शामिल हैं, जिन्हें अनुसूचित जनजाति वर्ग का दर्जा दिया जा सकता है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को इसकी जानकारी दी।
उरांव ने संवाददाताओं से कहा, “जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल विभिन्न राज्यों की 18 जातियों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने को मंजूरी दे देगा।”
उन्होंने कहा कि इस संबंध में मंत्रिमंडल ने एक नोट पहले ही तैयार किया है, जिसे आयोग से मंजूरी मिल चुकी है।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रस्ताव को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति ऑडर्स अधिनियम में संशोधन के रूप में संसद में पेश किया जाएगा।
उरांव ने कहा कि इन समुदायों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने के लिए आयोग पिछले तीन साल से सरकार से सिफारिश कर रहा है।
इन 18 समुदायों में से दो झारखंड के भोक्ता और पुराण समुदाय हैं।
उरांव ने कहा, “भोक्ता वर्तमान में अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल है, लेकिन पुराण आरक्षित श्रेणी में नहीं है।”
राज्य में भोक्ता समुदाय की एक बड़ी आबादी रहती है, जबकि पुराण समुदाय के सदस्यों की संख्या करीब 10,000 है।