श्रीनगर, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग लोकसभा सीट के लिए तीन चरणों में होने वाले पहले चरण का मतदान मंगलवार को शांतिपूर्वक समाप्त हो गया।
अनंतनाग लोकसभा सीट अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और सोपियां जिलों में फैली हुई है। मंगलवार को सिर्फ अनंतनाग जिले में मतदान हुआ।
निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि दियालगाम और दमहाल (कोकरनाग) इलाकों में पथराव की कुछ घटनाओं को छोड़कर अनंतनाग में मतदान शाम चार बजे शांतिपूर्वक समाप्त हो गया।
सुरक्षा बलों ने पथराव करने वालों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, जब उन्होंने मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर पहुंचने से रोकने की कोशिश की।
एक अधिकारी ने कहा, “मतदान बहुत कम हुआ, क्योंकि मात्र 13 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। शाम तक सभी आंकड़े आने के बाद मतदान प्रतिशत थोड़ा बढ़ सकता है।”
निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि जिले से आतंकवाद से जुड़ी किसी घटना की कोई खबर नहीं आई है।
सुबह सात बजे शुरू हुए मतदान की रफ्तार बहुत धीमी थी, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में मतदान ने रफ्तार पकड़ी, जबकि शहरी मतदान केंद्रों पर मतदान फिर भी बिल्कुल धीमा बना रहा।
शंगस, कोकरनाग, दोरु और पहलगाम में मतदाताओं की कतारें देखी गईं, जहां मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने अच्छी संख्या में घरों से बाहर निकले। लेकिन अनंतनाग और बिजबेहरा जैसे शहरों में इक्का-दुक्का मतदाता ही नजर आए।
इस सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहीं पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बिजबेहरा में एक मतदान केंद्र पर मतदान किया।
महबूबा का मुकाबला इस सीट पर कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर, नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सोफी यूसुफ और पीपुल्स कांफ्रेंस के उम्मीदवार चौधरी जफर अली से है।
कश्मीरी पंडित प्रवासी मतदाताओं के लिए घाटी के बाहर 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इनमें से 21 जम्मू में, चार दिल्ली में जम्मू एवं कश्मीर का दिल्ली और एक उधमपुर जिले में स्थापित किए गए हैं।
कुलगाम में मतदान 29 अप्रैल को, और सोपियां व पुलवामा जिलों में छह मई को मतदान होगा। मतों की गिनती 23 मई को होगी।