मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आज इन्दौर में एक भव्य एवं गरिमामय समारोह में नागरिक अभिनंदन समिति द्वारा नागरिक अभिनंदन किया गया। इस मौके पर शहर के बुद्धिजीवी, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, पत्रकार, जनप्रतिनिधि तथा नगरवासी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
वैदिक मंत्रोचरण के बीच नागरिकों की ओर से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने अभिनन्दन के प्रत्युत्तर में कहा कि यह अभिनंदन जनता का आशीर्वाद है। उन्होने कहा कि जन सेवा सर्वोच्च प्रााथमिकता है। प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिये काम करना प्रथम कर्तव्य है। उन्होने कहा कि जनता का आशीर्वाद और विश्वास को खण्डित नहीं होने देंगे। प्रदेश के विकास के लिये श्रेष्ठतम प्रयास करेगे। उन्होने कहा कि एक अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता। सबका साथ और सहयोग चाहिये। सबके सहयेग से ही प्रदेश आज विकास के मार्ग पर निरंतर तेजी से आगे बढ रहा है।
श्री चौहान ने कहा कि पहले विकास दर जहां केवल माइनस चार प्रतिशत थी। पिछले सात सालों से लगातार 10 प्रतिश्त बनी हुई है। प्रदेश की पहचान पिछड़े राज्यों में होती थी। प्रदेश गरीब और बीमार कहलाता था। आज विकास के क्षेत्र में अपनी विशिष्ठ पहचान है। कृषि के क्षेत्र में पिछले साल वद्धि दर 18.89 प्रतिशत थी। इस साल इसमें 13.3 प्रतिशत है। खाद्यान्न उत्पादन 30 प्रतिशत बढ़ गया है। राज्य का बजट पहले 21 हजार करोड़ होता था अब एक लाख नौ हजार करोड़ हो गया है। बिजली का प्रदाय चौबीसों घंटे हो रहा है। प्रदेश के लिये यह उपलब्धि है। श्री चौहान ने कहा कि विद्युत की उपलब्धता से प्रदेश की पूरी अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आया है। नये उद्योग आ रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने अगले पांच सालों में के लिये विजन 2020 तैयार किया गया है। अगले पांच सालों में प्रदेश हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर होगा।
श्री चौहान ने कहा कि अब गांवों के साथ शहरों के विकास पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। प्रति व्यक्ति आय जहां सिर्फ 12000 रूपये सालाना होती थी आज 47 हजार रूपये पहुंच गई है। बिजली उत्पादन जो सिर्फ 2900 मेगावाट था आज 10600 मेगावाट हो गया है। अगले साल 14 हजार मेगावाट हो जायेगा और आना वाले सालों में 17 हजार मेगावाट हो जायेगा। उन्होने कहा कि हम पावर सरप्लस राज्य होंगे।
उत्तराखण्ड आपदा की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि प्रदेश ने आपदा प्रभावित राज्य और परिवारों की मदद के लिये हर संभव सहायता उपलब्ध कराई है। अभी 741 लोगो का पता नहीं चल पाया है उन्हें खोजने के लिये अलग से राज्य सरकार ने खोजी दल तैनात किया गया है। जो नहीं लौट पाये उनके परिवारों को दो लाख रूपये की सहायता दी जायेगी। जिन्होने अपने माता पिता को खो दिया है उन्हें पांच लाख की सहायता दी जायेगी। समारोह में श्री चौहान को 65 किलो चांदी से तौला गया। इसे इंदौर शहर की विभिन्न सामाजिक संस्क़तिक और व्यपारिक संस्थाओं द्वारा गणमान्य नागरिकों की ओर से दिया गया है। मुख्यमंत्री को विभिन्न सामाजिक संस्थाओ ने उत्तराखण्ड आपदा राहत के लिये मुख्यमत्री सहायता कोष में धनराशि भेंट की।
महापौर श्री कृष्णमुरारी मोघे ने कहा कि श्री चौहान को चांदी से तौलकर यह चांदी उत्तराखंड के पुनर्वास और पीड़ितों के मदद के लिये भेजी जायेगी। पदमश्री श्री कुट्टी मेनन ने कहा कि प्रदेश में कृषि, उद्यानिकी, जैविक खेती, खाद्य प्रसंस्करण में हुये अभूतपूर्व कार्यों का विशेष उल्लेख किया। देश का पहला गौ-अभ्यारण बनाकर श्री चौहान ने ऐतिहासिक कार्य किया है। फादर बिशप चॉको ने कहा कि आज से पूरे प्रदेश में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति का नया युग प्रारंभ हुआ है ।
समारोह में देवपुत्र के प्रधान संपादक श्री कृष्णकुमार अष्ठाना ने अभिनंदन-पत्र का वाचन किया। उन्होंने प्रदेश के अभूतपूर्व विकास के लिये नागरिकों की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
समारोह में मेगा स्क्रीन पर मुख्यमंत्री श्री चौहान के व्यक्तित्व और कृतित्व के विविध आयामों पर प्रकाश डाला गया। श्री हंस कुमार जैन, डॉ.सचिन शर्मा, श्रीमती रजनी भण्डारी, श्री विजय अग्निहोत्री, श्री गौतम कोठारी, श्री करण मित्तल, श्री रमेश बाहेती तथा उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रो में हुए विकास और श्री चौहान के योगदान और नेतत्व के संबंध में अपने संस्मरण का उल्लेख किया।
समारोह में सांसदद्वय श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, श्री प्रभात झा, उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन, जिले के प्रभारी मंत्री श्री गोपाल भार्गव, उर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया, विधायक श्रीमती मालिनी गौड, विधायक सर्वश्री सुदर्शन गुप्ता, विधायक जीतू जिराती, खनिज विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री गोविंद मालू, वरिष्ठ पत्रकार द्वय श्री अभय छजलानी तथा श्री राजेश चेलावत, विभिन्न धर्म गुरू आदि उपस्थित थे।