लखनऊ /सीतापुर, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को सीतापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग ‘मेक इन इंडिया’ की बात कर रहे हैं, उन्हें यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि ‘मेक इन यूपी’ के बिना उनका सपना हमेशा अधूरा ही रहेगा।
सीतापुर के नैमिशारण्य में आयोजित एक जनसभा में अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि सब कुछ भारत में बने, अगर उनकी बातों में दम है तो सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश से होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सबसे अधिक आबादी वाला प्रदेश है। उप्र में चीजें क्यों न बनें, उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें (मोदी) बहुत समर्थन दिया है, इतना समर्थन कभी नहीं मिला। अगर मेक इन इंडिया की बात है, तो मेक इन यूपी भी होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “लोग यहां आएं, हम उन्हें उद्योगों के लिए जमीन और दूसरे संसाधन उपलब्ध कराएंगे। उत्तर प्रदेश नवजवानों का प्रदेश है। यहां पर चुनौतियां भी अनेक हैं। यहां के लोगों को उच्च शिक्षा और नौकरियों की जरूरत है। सरकार इस दिशा में भी तेजी से काम कर रही है। हमने मेडिकल कालेज, इंजीनियरिंग कालेज, पोलीटेक्निक, आईआईटी खोले।”
उन्होंने कहा, “लखनऊ के साथ ही मेरठ और गाजियाबाद में भी मेट्रो लाइन शुरू होगी। हम पुलिस की भर्ती करवा रहे हैं। समाजवादी एंबुलेंस चल रही है, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। हमने मेधावी छात्र-छात्राओं को गांव-गांव लैपटॉप दिए हैं, ताकि वे देश और दुनिया से जुड़े रहे। सूचना और संचार की संभावनाओं से कोई इंकार नहीं कर सकता है, लेकिन जो लैपटॉप की बुराई कर रहे हैं, वह वाई-फाई दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, केंद्र ने उन्हें डेढ़गुना मुआवजा देने की बात कही है। “हम इन किसानों को काफी पहले से ही दोगुना मुआवजा दे रहे हैं, ऐसे में हर कोई समझ सकता है कि किसानों का असली हितैषी कौन है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नैमिशारण्य पहुंचकर पहले चुंचनगिरी मठ के मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर मंदिर में पूजा-अर्चना की।
उन्होंने मठ के कार्यालय व आवासीय भवन तथा गोशाला का उद्घाटन किया। इसके बाद वह चक्रतीर्थ पहुंचकर तीर्थ पूजन और फिर मां ललिता देवी मंदिर में पूजन-अर्चना भी की।