चंडीगढ़, 17 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव को राज्य में वर्चस्व की लड़ाई में तब्दील करने के सुखबीर सिंह बादल के प्रयासों को दरकिनार करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को अकाली दल अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह राज्य में दोबारा सत्ता में आने का सपना न देखें।
बादल ने अपनी रैलियों में कहा है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) राज्य में अगली सरकार बनाएगी। अमरिंदर सिंह इसी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए लोकसभा चुनाव के मंच का उपयोग करने के बादल के प्रयासों को हास्यास्पद बताया। बादल जनता को शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए उन विकास के कार्यो की याद दिलाने का प्रयास कर रहे हैं जिसका कोई अस्तित्व नहीं है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर सुखबीर में थोड़ी भी समझदारी है, तो वह उम्मीद करेंगे कि जनता उनके शासन के दौरान अकालियों द्वारा की गई तबाही को भूल जाएं।
उन्होंने कहा कि बादल को उम्मीद करनी चाहिए कि लोग उन सभी माफियाओं की यादों को मिटा दें जिन्होंने उनके शासन काल में राज्य में अपना राज चलाया था।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि सुखबीर उम्मीद कर रहे होंगे कि लोग बारगारी और अन्य स्थानों पर हुई अपवित्रीकरण की उन घटनाओं को भूल जाए जिसका उपयोग अकालियों ने सत्ता में वापस आने के उद्देश्य से राज्य को विभाजित करने के लिए किया। इसमें 2015 में फरीदकोट जिले के बेहबाल कालान और कोटकापुरा में निर्दोष प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 की तरफ ध्यान केंद्रित करने की आकालियों की कोशिश यह दर्शाती है कि लोकसभा चुनावों के नतीजों को उन्होंने भांप लिया है जिसमें वे हार रहे हैं।