नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने बुधवार को केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एम.जे.अकबरपर लगे यौन दुर्व्यवहार के आरोपों पर चुप्पी बनाए रखी जबकि कांग्रेस ने अकबर के इस्तीफे की मांग की।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां मंत्रिमंडल के निर्णय की जानकारी पत्रकारों को दी लेकिन उन्होंने अकबर और ‘मी टू’ अभियान समेत किसी भी अन्य मामले पर कोई जवाब नहीं दिया।
अकबर पर लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “आज का मुद्दा मंत्रिमंडल निर्णय है, कृपया उस पर ध्यान लगाए।”
मामले पर जब पत्रकारों ने जवाब देने के दबाव डाला, तो प्रसाद ने दोबारा कहा, “मुद्दा मंत्रिमंडल निर्णय का है।”
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को अकबर के विरुद्ध लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने कोई जवाब नहीं दिया था। जब पत्रकारों ने मामले पर जवाब देने के लिए दबाव डाला और पूछा कि क्या मामले के संबंध में कोई जांच होगी, तो वह वहां से कोई जवाब दिए बिना ही चली गईं।
छह महिला पत्रकारों ने पूर्व संपादक अकबर पर यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता एस.जयपाल रेड्डी ने बुधवार को अकबर का इस्तीफा मांगा और कहा कि चुप्पी साधे रखना अच्छी बात नहीं है।