भोपाल : बुधवार
भोपाल शहर के चारों कोनों पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एनीमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर और डॉग शेल्टर हाउस बनाये जायेंगे। शेल्टर हाउस में नसबंदी, चिकित्सा और पोषण की पूरी व्यवस्था रहेगी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने स्वयंसेवी संगठनों के साथ शहर में कुत्तों के कारण हो रही समस्याओं के निराकरण के संबंध में चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि शेल्टर हाउस के संबंध में राजकोट मॉडल का भी अध्ययन करें।
श्री सिंह ने कहा कि कुत्तों की नसबंदी के कार्य में तेजी लायी जाये। उन्होंने कहा कि सबसे पहले बर्थ कंट्रोल कर आवारा कुत्तों की संख्या कम करना जरूरी है। श्री सिंह ने कहा कि आक्रामक कुत्तों को सबसे पहले शेल्टर हाउस में भेजा जाये। उन्होंने गत दिनों बच्चों के साथ हुई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कुत्तों के साथ संवेदनशील तो रहें, लेकिन मानवीय संवेदना को भी मत भूलें। श्री सिंह ने पशु प्रेमियों से कहा कि इस कार्य में आपका सहयोग अपेक्षित है।
जनसम्पर्क, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि हमारी संस्कृति में ही गायों और कुत्तों के लिये भोजन का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि कुत्तों की देखभाल के लिये लोगों को प्रेरित करें। महापौर श्री आलोक शर्मा ने कहा कि शेल्टर हाउस के लिये जमीन की पहचान कर ली गयी है। जल्द ही शेल्टर हाउस का काम शुरू किया जायेगा। बैठक में बताया गया कि भोपाल में लगभग ढाई लाख आवारा कुत्ते हैं।
प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे ने कहा कि इस क्षेत्र में जो संस्थाएँ पहले से कार्य कर रही हैं, उन्हें ही इस कार्य में सहभागी बनाया जाना चाहिये। बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। इस दौरान संचालक ग्राम एवं नगर निवेश श्री राहुल जैन, उप सचिव श्री मनीष सिंह, कलेक्टर भोपाल श्री तरुण कुमार पिथोड़े और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।