नई दिल्ली, 23 फरवरी –खतरनाक अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को दक्षिण अफ्रीका में कथित रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे भारत प्रत्यर्पित करने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुजारी अपने धंधे विदेश से संचालित करता था।
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील से अलग होने के बाद पुजारी पिछले साल सेनेगल में जमानत पर रिहा होने के बाद दक्षिण अफ्रीका भाग गया था, जहां वह ड्रग तस्करी और वसूली के धंधों में लिप्त था।
भारतीय खुफिया विभाग के सूत्रों ने कहा कि पुजारी को दक्षिण अफ्रीका में एक दूर-दराज के गांव में पाया गया। पुजारी वहां बुर्किना फासो के पासपोर्ट पर एंथॉनी फर्नाडीज के झूठे नाम से रह रहा था।
भारतीय विदेशी खुफिया एजेंसी की सूचना पर सेनेगल की पुलिस पिछले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका पहुंची थी। हत्या, वसूली समेत लगभग 200 जघन्य मामलों में वांछित पुजारी (52) को दक्षिण अफ्रीकी एजेंसियों की सहायता से हिरासत में लिया गया।
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने कहा कि पुजारी की गिरफ्तारी की अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन विदेश मंत्रालय दक्षिण अफ्रीका में अपने मिशन के संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस मुद्दे पर बात करने से इनकार कर दिया। नई दिल्ली के वसंत विहार स्थित सेनेगल दूतावास ने भी पुजारी की गिरफ्तारी के संबंध में आईएएनएस के प्रश्नों का जवाब नहीं दिया।
पुजारी सबसे पहले 2000 के शुरुआती दशक में सुर्खियों में आया था, जब उसने बॉलीवुड की प्रसिद्ध हस्तियों और बिल्डरों से वसूली करना शुरू किया था। वह मुंबई के एक प्रतिष्ठित वकील की हत्या के प्रयास में भी संलिप्त था।
पुजारी की पत्नी पद्मा और बच्चे भी भारत से भाग गए और उनमें से कुछ ने जाली दस्तावेजों से बुर्किना फासो का पासपोर्ट हासिल कर लिया। पुजारी के बेटे ने हाल ही में कथित रूप से ऑस्ट्रेलिया में शादी की है और उसके पास ऑस्ट्रेलिया का पासपोर्ट है।
इससे पहले पिछले साल एंथॉनी के नाम से रह रहे पुजारी ने धोखाधड़ी से सेनेगल कोर्ट से जमानत हासिल की थी। आईएएनएस के पास डॉन का नए पासपोर्ट की जानकारी है, जिसमें पुजारी की पहचान बुर्किना फासो निवासी एंथॉनी फर्नाडीज की है। इसमें उसकी जन्मतिथि 25 जनवरी 1961 दिखाई गई है।
फिल्मों के शौकीन पुजारी ने अमर अकबर एंथॉनी फिल्म में अमिताभ बच्चन के किरदार से प्रेरित होकर अपना फर्जी नाम एंथॉनी रखा। यह पासपोर्ट 10 जुलाई 2013 को जारी हुआ और आठ जुलाई 2023 तक वैध है। पासपोर्ट में उसका पेशा बतौर एजेंट कॉमर्शियल बताया गया है, जिसका मतलब है कि वह सेनेगल, बुर्किना फासो और अन्य पड़ोसी देशों में नमस्ते इंडिया रेस्तरां श्रंखला चलाने वाला व्यवसायी है।
सेनेगल में पुजारी के वकील ने कोर्ट में कहा कि वह ‘एक व्यवसायी एंथॉनी फर्नाडीज है जैसा कि उसके पासपोर्ट में उल्लेखित है और कोई भगोड़ा नहीं है जैसा कि भारत सरकार ने दावा किया है।’
बुर्किना फासो के शीर्ष सरकारी अधिकारी और प्रभावशाली भारतीय व्यवसायी पुजारी के बीच सांठगांठ का स्पष्ट संकेत मिल रहा है। हो सकता है कि रेस्तरां व्यवसाय में पुजारी के साझेदार अधिकारी ने ही सुराग देने में भूमिका निभाई हो।