गुंटूर, 8 जून (आईएएनएस)। तेलंगाना सरकार द्वारा कथित फोन टेपिंग के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को कहा कि हैदराबाद पर उनका बराबर अधिकार है। हैदराबाद 10 साल तक दोनों राज्यों की राजधानी है।
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) की सरकार के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में गुंटूर जिले के मंगलगिरि में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह फोन टेपिंग से अथवा तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार द्वारा झूठे मामले से नहीं डरते।
तेदेपा प्रमुख नायडू ने कहा कि उनका अपमान आंध्र प्रदेश के पांच करोड़ लोगों का अपमान है। साथ ही उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि उनके आत्मसम्मान के लिए वह अपने जीवन का बलिदान देने को तैयार हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को अयोग्य बताते हुए उन्होंने कहा, “मेरे पास भी हैदराबाद में एसीबी (भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो) और पुलिस है।”
उन्होंने राव पर फोन टेपिंग और जाली दस्तावेज बनाकर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने भावनात्मक स्वर में पूछा, “क्या मैं केसीआर का सेवक हूं?” टीआरएस सरकार को दो राज्यों के बीच में शत्रुता पैदा करने को लेकर बार-बार चेताने वाले नायडू ने आश्चर्य जताया कि उसे (तेलंगाना सरकार) फोन टेप करने का अधिकार किसने दिया।
तेदेपा प्रमुख ने कहा कि उन्हें कोई डरा नहीं सकता क्योंकि उनके पास टीडीपी के संस्थापक एन.टी. रामाराव का साहस और दिल है।
नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के अंतर्गत समान राजधानी में कानून और व्यवस्था के लिए राज्यपाल जिम्मेदार हैं।