हरियाली महोत्सव-2014 में प्रदेश में 7 करोड़ से अधिक पौधे रोपे जाएंगे जिनमें से एक करोड़ पौधे एक ही दिन में लगेंगे। प्रत्येक जिले के कलेक्टर के नेतृत्व में जन-सहभागिता से होने वाले इस पौध रोपण अभियान में वन विभाग नोडल विभाग की भूमिका अदा करेगा। मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने इस संबंध में सभी कलेक्टर-कमिश्नर को आदेश जारी कर दिए हैं। राज्य शासन ने सभी 51 जिलों में वर्तमान वर्षा ऋतु के दौरान पौध रोपण के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।
पौध रोपण लक्ष्य (लाख में)
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निर्देशों में कहा गया है कि वन भूमि पर रोपण का समस्त कार्य वन विभाग द्वारा और गैर वन भूमि जैसे महाविद्यालय, विद्यालय, शासकीय विभाग की भूमि, सार्वजनिक राजस्व भूमि आदि के लिए स्थल का चयन वन मण्डलाधिकारी के सहयोग से संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा है कि पौध रोपण के लिए चिन्हांकित सार्वजनिक गैर वन भूमि न केवल सहज दृश्य हो बल्कि उसका संरक्षण एवं देखभाल भी आसान हो। वन विभाग की विभिन्न रोपणियों से चिन्हित रोपण-स्थल तक पौधों का परिवहन निर्धारित रोपण दिनांक से 3 दिन पूर्व किया जाएगा। वन भूमि और गैर वन सार्वजनिक भूमि के लिए पौधों का परिवहन वन विभाग द्वारा और शासकीय विभागों की भूमि पर कराए जा रहे पौधों का परिवहन संबंधित विभाग द्वारा किया जाएगा। इसी तरह निजी भूमि पर पौध परिवहन संबंधित व्यक्ति द्वारा किया जाएगा। वन भूमि पर लगने वाले पौधों की कीमत वन विभाग द्वारा विभाग, संस्था, निकायों की भूमि पर लगे पौधों की कीमत संबंधित विभाग, संस्था और निजी भूमि पर संबंधित व्यक्ति द्वारा भुगतान की जाएगी। पौध रोपण को सत्यापित करने के लिए वन विभाग से इतर शासन के अन्य विभागों के दो-दो अधिकारी-कर्मचारी को स्थलवार नामांकित किया गया है।