नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। विदेश राज्य मंत्री जनरल डॉ. वी.के. सिंह ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के सहस्राब्दी विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए और अधिक डॉक्टरों की जरूरत है। साथ ही हेल्थ वर्कर्स की भी आवश्यकता है जिनको प्रशिक्षित किया जा सके।
भारत में स्वास्थ्य कल्याण एवं स्वास्थ्य पर्यटन पर जोर देने और इनके अवसरों की पहचान के लिए इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। हेल्थ एंड वेलनेस मेडिकल टूरिज्म एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी में सिंह ने कहा, “जब मैं सेना में था उस समय प्रतिकूल परिस्थितियों में अच्छा स्वास्थ्य प्रोत्साहित करता था आगे बढ़ने के लिए। स्वास्थ्य सेवाओं में नाम अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि आपसी सलाह के दौरान यह नाम ही महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकों, फैसीलिटीज की ब्रांडिंग जरूरी है जिससे कि लोग इसके बारे में जाने, इससे जुड़ने में रुचि दिखाएं।”
संगोष्ठी की अध्यक्षता भारत में अल्जीरिया के राजदूत हमजा याहिया चेरिफ ने की। उन्होंने वैश्विक पारदर्शी नेटवर्क स्थापित करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और नेटवर्किं ग की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह मुश्किल जरूर है लेकिन देशों के आपसी सहयोग से संभव हो सकता है। भारत में व्यापक अवसर विद्यमान हैं और यह वैश्विक स्तर पर बहुत सशक्त देश के रूप में सामने आने में सक्षम है।
एच.डब्लू.एम.टी.ए. के अध्यक्ष संयम गोयल ने कहा कि मेडिकल टूरिज्म में बहुत अवसर हैं लेकिन भारत में स्वास्थ्य उद्योग असंख्य समस्याओं से ग्रस्त है। ऐसे में जरूरत है कि यहां विद्यमान समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए इसमें पारदर्शिता के समन्वय के साथ वैश्विक स्तर पर भारत को सर्वश्रेष्ठ मेडिकल टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाना होगा।