नई दिल्ली, 23 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि स्वच्छ भारत अभियान एक सामुदायिक आंदोलन बनता जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोगों की आदतों में बदलाव लाना है।
बजट सत्र से पहले संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, “जीवन की गुणवत्ता पूरी तरह बदलने और लोगों खासकर गरीबों को स्वस्थ करने की दिशा में स्वच्छ भारत अभियान एक सामुदायिक आंदोलन का रूप लेता जा रहा है।”
उन्होंने संसद में अपने अभिभाषण में कहा, “हमारी सरकार का उद्देश्य एक शिक्षित, स्वस्थ, स्वच्छ भारत का निर्माण करना है। प्राथमिक स्कूलों में छात्र व छात्राओं के लिए 4,17,000 शौचालयों का निर्माण हमारी स्वच्छ भारत अभियान की भावना को प्रतिबिंबित करता है।”
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सरकार के स्वच्छ भारत अभियान मिशन को रेलवे में लागू किया गया और रेलगाड़ी से निकले कचरों को सीधे बाहर फेंकने की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, “हमारी सरकार ने रेलवे स्टेशनों व रेलगाड़ियों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की शुरुआत की है। रेलगाड़ियों से निकले कूड़े-कचरों को खुले में फेंकने की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने के लिए ‘सम्मान’ हमारे प्रयासों को दिशा-निर्देशित करता है। सभी नए कोचों को जैव-शौचालयों से युक्त किया गया है।”