नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने राज्य में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की प्रगति का आकलन करने के लिए विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश का एक दिवसीय दौरा किया।
उन्होंने दिन की शुरुआत गुंटूर जिले के एक गांव के भ्रमण से शुरू की और ग्रामीणों तथा स्कूल के बच्चों के साथ बातचीत की। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और राज्य के अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की। मुख्य सचिव और राज्य की टीम के साथ मिलकर उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ भी बातचीत की।
राज्य सरकार ने उन्हें अवगत कराया कि राज्य के कुछ जिले अगले कुछ महीनों में खुले में शौच से मुक्त बनने के रास्ते पर हैं। जिला कलेक्टरों ने निजी शौचालयों पर ध्यान केंद्रित करने की अपेक्षा ओडीएफ अर्जित करने, जिला ब्रांडों का सृजन (जैसे नेल्लोर में आत्म गौरव) गांव में निगरानी समितियों की तैनाती, स्वाभाविक नेताओं को शामिल करना तथा छात्रों और स्वयं सहायता समूहों आदि को शामिल करने जैसी अच्छी प्रक्रियाओं को साझा किया।
इस बारे में भी विचार-विमर्श किया गया कि जमीनी स्तर के प्रेरकों को मजबूती प्रदान करने तथा समुदाओं को अधिक नजदीकी से शामिल करने का तंत्र लागू किया जा रहा है। शौचालयों की प्रौद्योगिकी पर भी नजर रखी जा रही है।
एसईआरपी (ग्रामीण गरीबी उन्मूलन समिति) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी विचार-विमर्श में भाग लिया और इस बारे में विचार साझा किए कि महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को स्वच्छ भारत के साथ अधिक नजदीकी से किस प्रकार जोड़ा जाए। सचिव ने मुख्य सचिव के साथ भी बैठक की।